Edited By Mahima,Updated: 27 Nov, 2024 10:11 AM
जर्मनी ने रूस-यूक्रेन युद्ध और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय तनाव के बीच "बंकर प्लान" तैयार किया है, जिसमें सार्वजनिक और निजी इमारतों को शेल्टर में बदला जाएगा। 579 शैल्टरों में 4.8 लाख लोगों को जगह दी जा सकती है, लेकिन यह संख्या अपर्याप्त मानी जा रही है। नाटो...
नेशनल डेस्क: रूस-यूक्रेन युद्ध और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय तनाव के बीच एक महायुद्ध की संभावनाओं को देखते हुए जर्मनी ने अपने को बचाने के लिए "बंकर प्लान" तैयार किया है। इसके तहत जर्मनी सरकार ने सार्वजनिक और निजी इमारतों को शेल्टरों में बदलने की योजना बनाई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इनमें बेसमेंट, अंडरग्राउंड पार्किंग और मेट्रो स्टेशन शामिल होंगे। इसके अलावा, एक मोबाइल एप तैयार किया जाएगा, जो लोगों को नजदीकी शेल्टर का पता बताएगा। बता दें कि नाटों देशों ने रूस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए कमर कस ली है और यूक्रेन को सैन्य मदद बढ़ाने का वादा किया है।
करीब 5 लाख लोगों के लिए 579 सार्वजनिक शैल्टर
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समय जर्मनी में 579 सार्वजनिक शैल्टर हैं, जिनमें 4.8 लाख लोगों को जगह दी जा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह संख्या मौजूदा खतरों को देखते हुए काफी कम है। नागरिक सुरक्षा समूह 5,000 लोगों के लिए नए बड़े शैल्टर बनाने की मांग कर रहे हैं। जर्मनी में लोगों के बीच रूस के साथ युद्ध को लेकर चिंता बढ़ी है।
बताया जा रहा है कि "ऑपरेशन प्लान जर्मनी" के तहत संघीय सरकार, राज्य प्राधिकरण, सेना और आपातकालीन सेवाएं संकट के समय देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं। जर्मनी ने हाल ही में अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए भी कई कदम उठाए हैं। दरअसल, फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से जर्मन राजनेता आम लोगों को खतरनाक समय के लिए तैयार कर रहे हैं. इसकी वजह यह है कि जर्मन सेना यानी बुंडेसवेयर को सुरक्षा कार्य के लिए सक्षम नहीं माना जाता है. जर्मन सेना के बड़े अधिकारियों का कहना है कि जर्मनी की फौज न तो नाटो की जिम्मेदारियों को पूरा कर पाएगी और न ही खुद जर्मनी की रक्षा कर सकेगी.
बर्लिन में नाटो देशों के रक्षा मंत्रियों ने युद्ध को लेकर किया मंथन
बर्लिन में यूरोपीय रक्षा क्षमताओं को लेकर जर्मनी, फ्रांस, पोलैंड, इटली और ब्रिटेन के रक्षा मंत्रियों की एक अहम बैठक हुई है। इस बैठक में यूक्रेन को अधिक सैन्य सहायता देने पर सहमति बनी। जर्मन रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि हमें यूक्रेन को इतनी ताकतवर स्थिति में लाना होगा कि वह मजबूती से काम कर सके। उन्होंने नाटो देशों के बीच बेहतर तालमेल की जरूरत पर जोर दिया है।
पोलिश रक्षा मंत्री वाडिसॉ कोजिनियाक कामिश ने यूरोपीय रक्षा खर्च बढ़ाने की मांग की है और कहा है कि यूरोप को अपने प्रयासों को और मजबूत करना होगा। पोलैंड इस साल अपने जी.डी.पी. का 4.2 फीसदी रक्षा पर खर्च करेगा, जिसे अगले साल 4.7 फीसदी तक बढ़ाया जाएगा। फ्रांसीसी रक्षा मंत्री सेबास्टियन लेकरुं ने घोषणा की कि फ्रांस आने वाले हफ्तों में यूक्रेन को मिस्ट्राल एयर डिफेंस सिस्टम देगा। उन्होंने कहा कि यूरोप को सुरक्षा के लिए दीर्घकालिक योजना बनानी होगी।