Edited By Parminder Kaur,Updated: 12 Nov, 2024 02:51 PM
भारत में अगले कुछ वर्षों में रोजगार के बड़े अवसर आने वाले हैं। एक नई रिपोर्ट के अनुसार, 2026 तक देश में करीब 10 लाख नई नौकरियां सृजित होने का अनुमान है। इसका मुख्य कारण भारत का सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की दिशा में बढ़ना है। सेमीकंडक्टर...
नेशनल डेस्क. भारत में अगले कुछ वर्षों में रोजगार के बड़े अवसर आने वाले हैं। एक नई रिपोर्ट के अनुसार, 2026 तक देश में करीब 10 लाख नई नौकरियां सृजित होने का अनुमान है। इसका मुख्य कारण भारत का सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की दिशा में बढ़ना है। सेमीकंडक्टर उद्योग के विस्तार से न सिर्फ तकनीकी क्षेत्र में बल्कि अन्य कई क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस रिपोर्ट से रोजगार की तलाश में लगे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है।
10 लाख नौकरियां कहां आएंगी?
रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तेजी से विकसित होगा। इस क्षेत्र में प्रोसेस इंजीनियर, ऑपरेटर, तकनीशियन, गुणवत्ता नियंत्रण विशेषज्ञ, सेल्स और इंजीनियरिंग के विशेषज्ञों की भारी मांग होगी। इसके अलावा चिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में करीब 3 लाख नौकरियां, ATMP (असेंबली, परीक्षण, मार्किंग और पैकेजिंग) में लगभग 2 लाख नौकरियां और चिप डिजाइन, सॉफ्टवेयर विकास, सिस्टम सर्किट और मैन्युफैक्चरिंग सप्लाई चेन मैनेजमेंट में भी रोजगार के अवसर मिलेंगे।
सेमीकंडक्टर क्षेत्र में होगी तेजी
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार और कई निजी कंपनियों के समर्थन से सेमीकंडक्टर उद्योग में बड़ा बदलाव आएगा। कंपनियां भारत में नई सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधाओं की स्थापना के लिए निवेश कर रही हैं। इससे न केवल सेमीकंडक्टर क्षेत्र का विकास होगा, बल्कि देश में हाई-टेक्नोलॉजी और निर्माण क्षेत्र में भी रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे। यह सभी बदलाव भारत की आर्थिक प्रगति और उद्योग विकास में योगदान देंगे।
छात्रों के लिए कौशल प्रशिक्षण और इंटर्नशिप
NLB सर्विसेज के सीईओ सचिन अलुग ने कहा कि भारत के लिए एक मजबूत सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए विश्वस्तरीय प्रतिभाओं की आवश्यकता होगी। इसके लिए अच्छी शिक्षा और कौशल विकास जरूरी है। भारत को हर साल 5 लाख युवाओं को कौशल प्रदान करने की आवश्यकता होगी, ताकि वे इस उभरते हुए सेमीकंडक्टर क्षेत्र में काम कर सकें। इसके साथ ही उन्होंने इंटर्नशिप को बहुत महत्वपूर्ण बताया ताकि छात्र इस उद्योग में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें और बाद में रोजगार के अवसरों का लाभ उठा सकें।