Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 13 Jan, 2025 02:05 PM
यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि पूरे राज्य में इसे लेकर विवाद भी बढ़ सकता है। आने वाले दिनों में इस मामले पर और भी राजनीतिक बयानबाजी और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नए कदम उठाए जा सकते हैं।
नेशनल डेस्क: बेंगलुरु शहर के चामराजपेट इलाके में रविवार को एक अजीब और गंभीर घटना घटी, जब एक व्यक्ति ने तीन गायों के थन काट दिए। इस घटना ने न केवल इलाके में तनाव बढ़ाया, बल्कि इसके बाद राजनीतिक दलों ने भी सख्त प्रतिक्रियाएं व्यक्त की। पुलिस ने सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस मामले को लेकर पुलिस आयुक्त को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
कॉटनपेट पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आरोपी सैयद नसरू ने रविवार तड़के चामराजपेट के विनायकनगर में तीन गायों के थन काटे। जब नसरू ने यह अपराध किया, वह नशे में था, जिसकी पुष्टि पुलिस ने की है। इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब मामले की जांच में जुटी हुई है, ताकि यह साफ हो सके कि इस घटना के पीछे कोई और बड़ी साजिश तो नहीं थी।
सीएम सिद्धरमैया का कड़ा रुख आया सामने
घटना के बाद बेंगलुरु में तनाव फैल गया, और मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद को निर्देश दिया कि इस मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों को सजा दिलवाई जाए। इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पुलिस द्वारा गश्त की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार का और तनाव न बढ़े।
भारतीय जनता पार्टी की कड़ी प्रतिक्रिया
भाजपा ने इस घटना को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की और चेतावनी दी कि यदि दोषियों को जल्द नहीं पकड़ा गया तो वे 'काली संक्रांति' मनाएंगे। भाजपा नेता विजयेंद्र ने कहा कि गाय हिंदू धर्म में माता के समान मानी जाती है, और इस पर इस प्रकार का हमला पूरी कर्नाटक संस्कृति का अपमान है। उन्होंने इसे ‘अमानवीय और जघन्य कृत्य’ बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की।
विपक्ष का आरोप-प्रत्योरोप का दौर
कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने भी घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने इसे ‘जिहादी मानसिकता’ का परिणाम बताते हुए इसे राज्य में बढ़ती धार्मिक हिंसा का एक उदाहरण करार दिया। उनका कहना था कि इस प्रकार की घटनाओं से समाज में तनाव बढ़ता है और कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होती है।
आगे की जांच और सुरक्षा इंतजाम
पुलिस इस मामले में गहरी जांच कर रही है और आरोपियों के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए प्रयासरत है। साथ ही, इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार के उपद्रव से बचा जा सके। पुलिस का कहना है कि इस मामले में साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और जल्द ही दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।