Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Sep, 2024 11:16 AM
सितंबर का आधा महीना बीत चुका है, लेकिन कई राज्यों में अभी भी कई छुट्टियां बाकी हैं। इस बीच, देश के विभिन्न राज्यों में मिलाद-उन-नबी के सार्वजनिक अवकाश में बदलाव किया गया है। कई राज्यों ने 16 सितंबर के बजाय अब 17 सितंबर को अवकाश घोषित किया है। वहीं,...
नेशनल डेस्क: सितंबर का आधा महीना बीत चुका है, लेकिन कई राज्यों में अभी भी कई छुट्टियां बाकी हैं। इस बीच, देश के विभिन्न राज्यों में मिलाद-उन-नबी के सार्वजनिक अवकाश में बदलाव किया गया है। कई राज्यों ने 16 सितंबर के बजाय अब 17 सितंबर को अवकाश घोषित किया है। वहीं, महाराष्ट्र में 18 सितंबर को भी अवकाश रहेगा। तमिलनाडु सरकार ने भी 16 सितंबर के बजाय 17 सितंबर को मिलाद-उन-नबी के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है, जो परक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881 के प्रावधानों के तहत किया गया है।
महाराष्ट्र में 16 नहीं, 18 सितंबर को अवकाश
महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि ईद-ए-मिलाद का अवकाश 16 सितंबर के बजाय 18 सितंबर को मनाया जाएगा। यह फैसला स्थानीय मुस्लिम समुदाय द्वारा जुलूस की तिथि 16 सितंबर से बदलकर 18 सितंबर करने के बाद लिया गया। ऐसा इसलिए किया गया ताकि 17 सितंबर को पड़ने वाले गणेश उत्सव के अंतिम दिन, अनंत चतुर्दशी के दौरान कोई असुविधा न हो। इसके साथ ही, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी 18 सितंबर को महाराष्ट्र में सार्वजनिक अवकाश के चलते सरकारी प्रतिभूतियों, विदेशी मुद्रा, मुद्रा बाजारों और रुपया ब्याज दर डेरिवेटिव्स में कोई लेन-देन न होने की घोषणा की है।
ओडिशा में 17 सितंबर को आधे दिन का अवकाश
ओडिशा सरकार ने भुवनेश्वर नगर निगम (BMC) क्षेत्र के सभी स्कूलों और कॉलेजों में 17 सितंबर को आधे दिन के लिए अवकाश घोषित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भुवनेश्वर यात्रा और सुभद्रा योजना के शुभारंभ के अवसर पर यह निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही, भुवनेश्वर के सभी सरकारी कार्यालय भी 17 सितंबर को आधे दिन के लिए बंद रहेंगे।
हैदराबाद में दो दिन का अवकाश
हैदराबाद के छात्रों को दो दिन की छुट्टी मिलेगी क्योंकि शहर में 16 सितंबर को मिलाद-उन-नबी और 17 सितंबर को गणेश विसर्जन के अवसर पर स्कूल बंद रहेंगे। इससे छात्रों और स्थानीय लोगों को इन दोनों त्योहारों का जश्न मनाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा।
सार्वजनिक अवकाश की विशेष तिथियां
कई राज्यों में सार्वजनिक अवकाश की तिथियों में बदलाव किया गया है। लोगों से अनुरोध है कि वे अपने-अपने राज्यों में घोषित अवकाश की नई तिथियों को ध्यान में रखें ताकि किसी असुविधा से बचा जा सके।