Edited By Mahima,Updated: 19 Nov, 2024 09:49 AM
देशभर में मौसम का मिजाज बदल गया है। उत्तर भारत में घना कोहरा और भीषण ठंड बढ़ रही है, जबकि दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण और धुंध की समस्या है। दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर में बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी है। जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी हो रही है।...
नेशनल डेस्क: पूरा देश इस समय मौसम की विकट स्थिति से जूझ रहा है। उत्तर भारत में भीषण ठंड का दौर शुरू हो चुका है, वहीं दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश और आंधी-तूफान का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 23 नवंबर तक पूरे देश में मौसम की स्थिति को लेकर अलर्ट जारी किया है, जिसमें उत्तर भारत में शुष्क मौसम और घने कोहरे के साथ ठंड की चेतावनी दी गई है, जबकि दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है।
उत्तर भारत में भीषण ठंड और कोहरा
उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में घना कोहरा छा गया है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य राज्यों में सुबह और शाम के समय ठंड की स्थिति गंभीर हो सकती है। दिल्ली और एनसीआर में इस समय गुलाबी ठंड का अहसास हो रहा है, लेकिन यह ठंड कोहरे और स्मॉग के साथ मिलकर और ज्यादा बढ़ रही है। दिल्ली में स्मॉग की वजह से वायु प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक रूप से बढ़ चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, 23 नवंबर तक पूरे उत्तर पश्चिम भारत में शुष्क मौसम रहेगा, लेकिन ठंड में कोई कमी नहीं आएगी। सभी राज्यों में घना कोहरा रहेगा, जिससे सुबह और शाम के समय यातायात में समस्या हो सकती है। दिन के समय सूरज की किरणें कुछ राहत दे सकती हैं, लेकिन तापमान में गिरावट की संभावना बनी रहेगी।
दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि
दक्षिण भारत के राज्य जैसे केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, कोमोरिन क्षेत्र और आसपास के इलाकों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने के कारण 23 नवंबर तक इन क्षेत्रों में बारिश, ओलावृष्टि और आंधी की संभावना बनी हुई है। खासकर केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा आंधी और बिजली गिरने की भी संभावना जताई जा रही है।
जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों, विशेषकर जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी का दौर जारी है, जिससे तापमान में और गिरावट आ रही है। बर्फबारी के कारण घाटी के कुछ इलाकों में यातायात प्रभावित हो सकता है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में यहां और अधिक बर्फबारी की संभावना जताई है।
दिल्ली-NCR का मौसम
दिल्ली-NCR में अगले कुछ दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन सुबह और शाम के समय घनी धुंध छाने की संभावना है। 19 नवंबर 2024 की सुबह दिल्ली का अधिकतम तापमान 22.77 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दिन में न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमशः 14.05 डिग्री सेल्सियस और 27.01 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। वहीं, दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 494 पर पहुंच चुका है, जो कि बहुत गंभीर श्रेणी में आता है। यह वायु प्रदूषण के स्तर को दर्शाता है, जो दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों के लिए खतरनाक है। हवा में प्रदूषण के कारण हवा में ज़हरीलापन भी महसूस किया जा रहा है, जिससे लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। दिल्ली के कई इलाकों में इस समय धुंध की स्थिति बनी हुई है और स्मॉग की चादर शहर में छाई हुई है।
आगामी 5 दिनों का मौसम अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 5 दिनों तक देशभर में मौसम का मिजाज कुछ ऐसा रहेगा:
1. उत्तर भारत (दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड): यहां शुष्क मौसम और घना कोहरा रहेगा। ठंड बढ़ने के कारण रात और सुबह की ठंड में वृद्धि हो सकती है।
2. दक्षिण भारत (केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश): यहां बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। खासकर कोमोरिन क्षेत्र और आस-पास के इलाकों में आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
3. पूर्वोत्तर क्षेत्र (असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा): इन क्षेत्रों में भी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना बनी रहेगी। कुछ स्थानों पर आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं।
4. जम्मू और कश्मीर: यहां बर्फबारी का सिलसिला जारी रहेगा, जिससे तापमान में गिरावट और सर्दी में वृद्धि हो सकती है।
मौसम की चेतावनी और सावधानियां
मौसम विभाग ने 23 नवंबर तक मौसम के विकट बदलाव के कारण विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। उत्तर भारत में कोहरे के कारण सड़क और हवाई यातायात पर असर पड़ सकता है, इसलिए यात्रियों को पहले से योजना बनानी चाहिए। वहीं, दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि की स्थिति को देखते हुए किसानों और जनसाधारण को सावधान रहने की सलाह दी गई है।