Edited By rajesh kumar,Updated: 25 Dec, 2024 02:54 PM
आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी के दिल्ली प्रमुख शोएब जमाई ने हाल ही में दिल्ली दंगों के आरोपी शाहरुख पठान के परिवार से मुलाकात की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ओवैसी की पार्टी इस बार के विधानसभा चुनाव में शाहरुख पठान को...
नेशनल डेस्क: आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी के दिल्ली प्रमुख शोएब जमाई ने हाल ही में दिल्ली दंगों के आरोपी शाहरुख पठान के परिवार से मुलाकात की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ओवैसी की पार्टी इस बार के विधानसभा चुनाव में शाहरुख पठान को उम्मीदवार के तौर पर उतार सकती है। शाहरुख पठान फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं।
शोएब जमाई की मुलाकात
शोएब जमाई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बताया कि उन्होंने शाहरुख पठान की मां से मुलाकात की। उन्होंने लिखा, "पिछले दिनों जेल में बंद शाहरुख पठान के घर पर उनकी मां से मुलाकात की। दिल्ली मजलिस (AIMIM) के एक डेलिगेशन ने उनके परिवार से मिलकर उनके हालात और कानूनी मदद के बारे में चर्चा की।"
शोएब जमाई ने कहा, "दिल्ली में इंसाफ की मुहिम के तहत हमारा यह छोटा कदम उन परिवारों को हौसला देगा, जिनके बच्चे बिना ट्रायल के सालों से जेल में बंद हैं। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, जमानत उन कैदियों का अधिकार है जिनके मामले लंबित हैं।" उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि शाहरुख की मां का आरोप है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर उनके बेटे पर केस दर्ज किया गया था, और वह इस बात को नहीं भूल सकेंगी।
शाहरुख पठान के खिलाफ आरोप
शाहरुख पठान पर दिल्ली में हुए दंगों में शामिल होने के आरोप हैं। उन पर विभिन्न अपराधों जैसे दंगा करना, समूहों के बीच दुश्मनी फैलाना, और गैरकानूनी जमावड़ा जुटाने का आरोप है। पठान खासतौर पर उस समय चर्चा में आए जब 24 फरवरी 2020 को मौजपुर-जाफराबाद इलाके में सीएए के विरोध में हुए दंगों के दौरान उन्होंने पुलिस हेड कांस्टेबल दीपक दहिया पर पिस्तौल तान दी थी। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इसके अलावा, शाहरुख पठान पर एक और गंभीर आरोप है, जिसमें वह रोहित शुक्ला नामक व्यक्ति की हत्या की कोशिश के आरोपी हैं। शाहरुख फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं और उनका मामला अभी अदालत में चल रहा है।
दिल्ली दंगे में 35 लोग मारे गए थे
दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थकों और विरोधियों के बीच फरवरी 2020 में हिंसा भड़क गई थी। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए इन दंगों में कम से कम 53 लोग मारे गए थे। दंगों के दौरान शाहरुख पठान का नाम प्रमुख रूप से सामने आया था, जब उन्होंने पुलिसकर्मी पर पिस्तौल तानी थी। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और वह अब तक तिहाड़ जेल में बंद हैं।