Edited By rajesh kumar,Updated: 21 Feb, 2025 08:32 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि मराठी भाषा अमृत से भी ज्यादा मीठी है और वह हमेशा इस भाषा को बोलने और इसके नए शब्दों को सीखने की...
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि मराठी भाषा अमृत से भी ज्यादा मीठी है और वह हमेशा इस भाषा को बोलने और इसके नए शब्दों को सीखने की कोशिश करते रहते हैं। इस सम्मेलन में शरद पवार भी शामिल हुए, और पीएम मोदी ने शरद पवार का सम्मान करते हुए उन्हें मंच पर बैठने के लिए आदरपूर्वक कुर्सी दी।
पीएम मोदी ने शरद पवार की कुर्सी संभाली
जब शरद पवार सम्मेलन में पहुंचे, तो पीएम मोदी अपनी कुर्सी से उठे और शरद पवार की कुर्सी को संभाला। इसके बाद, शरद पवार अपनी कुर्सी पर बैठ गए, और पीएम मोदी ने उनकी आदरपूर्वक सेवा करते हुए उनके लिए गिलास में पानी भी भरा।
छावा की धूम मची हुई है- पीएम मोदी
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मुंबई और महाराष्ट्र न केवल महाराष्ट्र की, बल्कि पूरे देश की आर्थिक राजधानी बनकर उभरे हैं। ये महाराष्ट्र और मुंबई ही हैं जिन्होंने मराठी और हिंदी सिनेमा को ऊंचाई दी है। अब तो फिल्म 'छावा' की धूम मची हुई है।"
मराठी भाषी महापुरुष ने RSS का बीज बोया- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा, "आज हमें गर्व है कि महाराष्ट्र की धरती पर मराठी भाषी एक महापुरुष ने 100 साल पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का बीज बोया था। आज संघ अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पिछले 100 वर्षों से भारत की महान परंपरा और संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का कार्य किया है। संघ ने मेरे जैसे लाखों लोगों को देश के लिए जीने की प्रेरणा दी है, और संघ की वजह से ही मुझे मराठी भाषा और परंपरा से जुड़ने का सौभाग्य मिला। इसी समय के दौरान मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा भी दिया गया।"