Edited By Utsav Singh,Updated: 10 Nov, 2024 02:06 PM
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार पर कड़ा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि शरद पवार ने सियासी फायदे के लिए 1999 से महाराष्ट्र में जातिवाद की राजनीति को बढ़ावा दिया और समाज...
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार पर कड़ा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि शरद पवार ने सियासी फायदे के लिए 1999 से महाराष्ट्र में जातिवाद की राजनीति को बढ़ावा दिया और समाज में नफरत फैलाने का काम किया। राज ठाकरे ने पुणे में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर एक रैली को संबोधित करते हुए यह बयान दिया।
शरद पवार पर जातिवाद को बढ़ावा देने का आरोप
उन्होंने कहा, ''शरद पवार ने महाराष्ट्र में जातिवाद की राजनीति की नींव रखी।'' उनका आरोप था कि पवार ने समाज में घृणा और विवाद फैलाने के लिए जाति आधारित राजनीति को बढ़ावा दिया। ठाकरे के मुताबिक, पहले ब्राह्मणों और मराठा समुदाय के बीच जातिगत तनाव पैदा किया गया और अब मराठा और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदायों के बीच जातिवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि शरद पवार ने राजनीतिक फायदे के लिए जातिवाद का इस्तेमाल किया और समाज के विभिन्न वर्गों के बीच मतभेद बढ़ाए।
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शरद पवार ने समाज में संघर्ष पैदा किया
राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि शरद पवार का उद्देश्य महाराष्ट्र में सामाजिक ध्रुवीकरण (societal polarization) बढ़ाना था ताकि वह अपनी राजनीतिक ताकत को मजबूत कर सकें। उनके अनुसार, पवार ने सत्ता में बने रहने के लिए राज्य के विभिन्न समुदायों के बीच संघर्ष और नफरत पैदा की, जिससे महाराष्ट्र में सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता बढ़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की राजनीति महाराष्ट्र की समृद्धि के लिए खतरे की घंटी है। उन्होंने कहा कि पवार और उनकी पार्टी ने जातिवाद को एक राजनीतिक उपकरण बना लिया है, जिससे समाज में बंटवारा और नफरत फैलती है।
जातिवाद की राजनीति को खत्म करने की जरूरत
राज ठाकरे ने यह स्पष्ट किया कि जातिवाद की राजनीति को समाप्त करना चाहिए। उनका कहना था कि महाराष्ट्र में सभी वर्गों को समान अधिकार मिलने चाहिए और समाज में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शरद पवार और उनकी पार्टी ने जातिवाद को अपने राजनीतिक लाभ के लिए हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है, जो समाज के लिए बेहद नुकसानदायक है। ठाकरे ने यह भी कहा कि इस तरह की राजनीति से राज्य की सामाजिक संरचना कमजोर हो रही है, और यह महाराष्ट्र की समृद्धि के लिए बड़ा खतरा बन चुका है।
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आगामी विधानसभा चुनाव और नतीजे
बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे, और इसके नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। राज ठाकरे ने इस समय का इस्तेमाल कर शरद पवार और उनकी पार्टी की जातिवादी राजनीति पर हमला किया, जबकि उन्होंने अपने समर्थकों से एकजुट होने और जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की।
राज ठाकरे ने शरद पवार पर जमकर निशाना साधते हुए जातिवाद की राजनीति को समाप्त करने की आवश्यकता जताई। उनका कहना था कि पवार ने महाराष्ट्र में समाज को बांटने का काम किया और इसे राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया। ठाकरे ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के सभी वर्गों को समान अधिकार मिलना चाहिए और जातिवाद की राजनीति का अंत होना चाहिए।