Edited By rajesh kumar,Updated: 16 Sep, 2024 07:00 PM
अनिल अंबानी की मुश्किलों के बीच उनकी कंपनी रिलायंस पावर को बड़ी राहत मिली है। रिलायंस पावर को 500 मेगावाट की बैटरी एनर्जी स्टोरेज का एक महत्वपूर्ण ऑर्डर मिला है, जिससे कंपनी के शेयरों में तेज़ी आई। इस ऑर्डर के बाद सोमवार को कंपनी के शेयरों में अपर...
नेशनल डेस्क: अनिल अंबानी की मुश्किलों के बीच उनकी कंपनी रिलायंस पावर को बड़ी राहत मिली है। रिलायंस पावर को 500 मेगावाट की बैटरी एनर्जी स्टोरेज का एक महत्वपूर्ण ऑर्डर मिला है, जिससे कंपनी के शेयरों में तेज़ी आई। इस ऑर्डर के बाद सोमवार को कंपनी के शेयरों में अपर सर्किट भी देखने को मिला।
रिलायंस पावर को यह कॉन्ट्रैक्ट नीलामी के जरिए सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) से मिला। इस नीलामी का आयोजन 11 सितंबर को किया गया था। ऑर्डर के तहत, रिलायंस पावर को 1,000 मेगावाट की बैटरी एनर्जी स्टोरेज बढ़ाने के लिए 500 मेगावाट क्षमता दी गई है। यह परियोजना "बनाओ, अपनाओ और चलाओ" (बीओओ) मॉडल पर आधारित है, जहां कंपनी ने 3.819 लाख रुपये/मेगावाट/माह की बोली लगाई थी। यह प्रोजेक्ट राजस्थान के फतेहगढ़ में स्थित 400 केवी डिलीवरी पॉइंट से जुड़ा होगा।
शेयरों में आई तेजी
ऑर्डर मिलने के बाद रिलायंस पावर के शेयरों में तेजी देखने को मिली। शेयर 30.30 रुपए पर खुला और ऑर्डर की खबर के बाद 31.32 रुपए तक पहुंच गया। हालांकि, कारोबारी सत्र के अंत तक यह 30.72 रुपए पर बंद हुआ, जो 2.98 फीसदी की बढ़त दर्शाता है। कंपनी के 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 38.11 रुपए और निम्नतम स्तर 15.55 रुपए रहा है।
निवेशकों को मिला बड़ा मुनाफा
पिछले 5 वर्षों में, रिलायंस पावर के शेयर ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। 5 साल पहले इसका शेयर मात्र 2.90 रुपए का था, जो अब बढ़कर 30.72 रुपए हो गया है, जिससे निवेशकों को 959.31 फीसदी का रिटर्न मिला है। यदि किसी ने 5 साल पहले 1 लाख रुपए लगाए होते, तो आज वह राशि बढ़कर 10.59 लाख रुपए हो गई होती।