Edited By Yaspal,Updated: 08 Aug, 2024 05:20 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक शौर्य डोभाल ने कहा है कि बांग्लादेश में चाहे कोई भी सरकार सत्ता में हो, भारत का प्रभाव और पहुंच मजबूत बनी रहेगी तथा उसकी ‘मित्र' शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने से लगने वाला कोई भी...
नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक शौर्य डोभाल ने कहा है कि बांग्लादेश में चाहे कोई भी सरकार सत्ता में हो, भारत का प्रभाव और पहुंच मजबूत बनी रहेगी तथा उसकी ‘मित्र' शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने से लगने वाला कोई भी झटका अस्थाई ही होगा। डोभाल ने साथ ही कहा कि भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह एक ‘‘बड़ा, मित्रवत और उदार'' राष्ट्र है, लेकिन वह अपने हितों की दृढ़ता से रक्षा करना भी जानता है।
शौर्य डोभाल ने आगाह किया कि बांग्लादेश में किसी को भी भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश भी भारत के साथ संबंधों के महत्व को भलीभांति समझता है, चाहे वहां कोई भी सरकार सत्ता में हो। उन्होंने कहा, ‘‘एक बार जब ये चीजें स्थिर हो जाएंगी, तो सबकुछ सामान्य हो जाएगा और भारत अपने संबंधों को नए सिरे से मजबूत करेगा।''
नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली को लेकर अपनी सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और देश छोड़कर चली गईं। उन्होंने सोमवार को बांग्लादेश के सैन्य विमान से दिल्ली के पास स्थित हिंडन वायुसेना स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी।
बांग्लादेश में संकट के बारे में बात करते हुए डोभाल ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है, पहली बात तो यह उसका आंतरिक मामला है, लेकिन यदि हम भारत के परिप्रेक्ष्य से देखें, तो शेख हसीना के रूप में हमारे पास एक मित्रवत सरकार थी, जिसके साथ हमारे संबंध सहज और सुलभ थे।'' उन्होंने कहा, ‘‘संबंध बहुत अच्छे थे और हम अपने सीमा विवादों को सुलझाने में सक्षम थे तथा यह भी सुनिश्चित किया गया था कि बुनियादी ढांचे के विकास समेत हमारे आर्थिक हितों की पूर्ति हो।''
डोभाल ने कहा, ‘‘जब किसी देश में इस तरह की चीजें होती हैं, तो कुछ समय के लिए इसका असर भारत पर पड़ता है, लेकिन दीर्घावधि में बांग्लादेश में भारत का प्रभाव, दृष्टिकोण और पहुंच सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी से कहीं अधिक है।'' उन्होंने कहा कि भारत के पास सभी राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करने की क्षमता है और वहां अगली सरकार चाहे जिसकी भी बने, भारत उनके साथ बातचीत करेगा तथा वहां उसका प्रभाव और पहुंच बनी रहेगी।
डोभाल ने कहा कि कुछ धारणाएं हो सकती हैं जिन्हें शुरू में ठीक करने की जरूरत है, क्योंकि भारत ने ‘‘शेख हसीना के साथ संबंधों को लेकर लंबे समय तक काम किया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह केवल एक धारणा मात्र है और एक बार जब हम सत्ता में आने वाली किसी भी सरकार को उसी प्रकार का समर्थन प्रदान करने में सक्षम हो जाएंगे, तो इस बात का ध्यान रखा जाएगा।''
डोभाल ने कहा, ‘‘भारत एक बड़ा देश है, भारत एक मित्र देश है, लेकिन एक सीमा से आगे अगर भारत के हितों को ठेस पहुंचेगी तो वह उसे सहन नहीं करेगा। इसलिए, मुझे नहीं लगता कि बांग्लादेश में कोई भी फिर से भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल करने की कोशिश करेगा।''