Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 27 Mar, 2025 06:37 AM

पहाड़ों की सुंदरता को निहारने के लिए हर साल हजारों लोग हिमाचल और उत्तराखंड जैसी जगहों का रुख करते हैं। बर्फ से ढके पहाड़ों की सफेद चादर लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
नेशनल डेस्क: पहाड़ों की सुंदरता को निहारने के लिए हर साल हजारों लोग हिमाचल और उत्तराखंड जैसी जगहों का रुख करते हैं। बर्फ से ढके पहाड़ों की सफेद चादर लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती है। लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई कुछ तस्वीरों ने लोगों को नाराज कर दिया है। इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि ऊंचे पहाड़ी इलाकों में भी अब गंदगी बढ़ती जा रही है।
At 9,000 feet above sea level, there are hardly 100 tourists, yet there is Gutka & Litter in the snow
byu/obliveris inindiasocial
Reddit पर वायरल हुई तस्वीरें
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Reddit पर एक यूजर ने कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिनमें 9000 फीट की ऊंचाई पर बर्फ के बीच प्लास्टिक की बोतलें, नमकीन और गुटखे के पैकेट बिखरे हुए नजर आ रहे हैं। इस पोस्ट में यह भी बताया गया कि यह इलाका इतना दुर्गम है कि यहां अब तक मुश्किल से 100 लोग पहुंचे होंगे। इसके बावजूद पर्यटकों द्वारा यहां कचरा फेंक दिया गया।
लोगों का गुस्सा, सख्त कार्रवाई की मांग
तस्वीरें वायरल होते ही सोशल मीडिया यूजर्स में गुस्सा फैल गया। कई लोगों ने इस हरकत को बेहद शर्मनाक बताया। एक यूजर ने लिखा, "हम कहीं भी जाएं, वहां गंदगी फैलाना बंद नहीं कर सकते। हमें इस पर सख्त जुर्माना लगाना चाहिए।" एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, "तुंगनाथ ट्रेल पर भी यही हाल है, सफेद बर्फ पर गुटखे के पैकेट और शराब की बोतलें पड़ी थीं।"
क्या सिर्फ जुर्माना लगाना काफी होगा?
सोशल मीडिया पर चल रही बहस के बीच कई लोगों का मानना है कि सिर्फ जुर्माना लगाना ही इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता। कुछ लोगों ने सुझाव दिया कि पर्यावरण की सफाई और संरक्षण की शिक्षा बचपन से ही दी जानी चाहिए ताकि लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकें।
पहाड़ों की सफाई के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत
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पर्यटकों को अपने साथ लाया कचरा वापस ले जाने के लिए सख्ती से कहा जाए।
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स्थानीय प्रशासन को पहाड़ी इलाकों में कचरा फेंकने पर भारी जुर्माना लगाना चाहिए।
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ट्रैकिंग और टूरिज्म कंपनियों को अपने ग्राहकों को जागरूक करना चाहिए।
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सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से पर्यावरण संरक्षण के लिए अभियान चलाया जाए।