शिवाजी महाराज का 'वाघ नख' लंदन से मुंबई पहुंचा, सात महीने तक सतारा के म्यूजियम में रहेगा

Edited By rajesh kumar,Updated: 17 Jul, 2024 07:51 PM

shivaji maharaj s  vagh nakh  reached mumbai from london

छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा इस्तेमाल किया गया 'वाघ नख' या बाघ के पंजे के आकार का हथियार बुधवार को लंदन के एक संग्रहालय से मुंबई लाया गया। इस वाघ नख को अब पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा ले जाया जाएगा, जहां 19 जुलाई से इसका प्रदर्शन किया जाएगा।

नेशनल डेस्क: छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा इस्तेमाल किया गया 'वाघ नख' या बाघ के पंजे के आकार का हथियार बुधवार को लंदन के एक संग्रहालय से मुंबई लाया गया। इस वाघ नख को अब पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा ले जाया जाएगा, जहां 19 जुलाई से इसका प्रदर्शन किया जाएगा। राज्य के संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार यह जानकारी दी है। 

वाघ नख को महाराष्ट्र लाना एक प्रेरणादायक क्षण
राज्य के आबकारी मंत्री शंभुराज देसाई ने मंगलवार को कहा कि वाघ नख का सतारा में भव्य स्वागत किया जाएगा। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि लंदन से लाए गए हथियार में बुलेटप्रूफ कवर है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि हथियार को सात महीने तक सतारा के एक संग्रहालय में रखा जाएगा। शंभुराज देसाई, जो सतारा के संरक्षक मंत्री भी हैं, ने मंगलवार को जिले में छत्रपति शिवाजी संग्रहालय में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। 

उन्होंने कहा, "वाघ नख को 19 जुलाई को लंदन संग्रहालय से शाहूनगरी (सतारा) लाया जा रहा है।" देसाई ने कहा कि वाघ नख को महाराष्ट्र लाया जाना एक प्रेरणादायक क्षण है और इसका सतारा में एक भव्य समारोह में स्वागत किया जाएगा।

शिवाजी महाराज ने बाघ नख से अफजल खान को मारा था 
मुनगंटीवार ने पिछले सप्ताह विधानसभा में कहा था कि लंदन से राज्य में लाए जा रहे वाघ नख का इस्तेमाल छत्रपति शिवाजी महाराज ने किया था। उन्होंने यह टिप्पणी एक इतिहासकार के उस दावे के बाद की जिसमें उन्होंने कहा था कि मराठा साम्राज्य के संस्थापक द्वारा 1659 में बीजापुर सल्तनत के सेनापति अफजल खान को मारने के लिए इस्तेमाल किया गया वाघ नख सतारा में ही था। 

मुनगंटीवार ने इस दावे को भी खारिज कर दिया था कि सरकार ने लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय से हथियार को महाराष्ट्र लाने के लिए कई करोड़ रुपये खर्च किए, और कहा कि यात्रा व्यय और समझौते पर हस्ताक्षर करने की लागत 14.08 लाख रुपए थी। उन्होंने कहा कि लंदन स्थित संग्रहालय ने शुरू में एक वर्ष के लिए हथियार देने पर सहमति जताई थी, लेकिन राज्य सरकार ने उसे तीन वर्षों के लिए राज्य में प्रदर्शन हेतु हथियार देने के लिए राजी कर लिया। देसाई ने कहा, "काफी प्रयासों के बाद, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के सफल प्रयासों के कारण वाघ नख को महाराष्ट्र लाया जा रहा है।"

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