Edited By rajesh kumar,Updated: 07 Feb, 2025 07:08 PM
जम्मू में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने अमेरिका की ओर से प्रवासी भारतीयों को हथकड़ी पहनाकर देश से बाहर भेजने की कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई। कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की कि भारत को भी अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों को उनके देश वापस भेजना चाहिए।
नेशनल डेस्क: जम्मू में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने अमेरिका की ओर से प्रवासी भारतीयों को हथकड़ी पहनाकर देश से बाहर भेजने की कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई। कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की कि भारत को भी अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों को उनके देश वापस भेजना चाहिए।
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने जम्मू में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारे लगाए जैसे "सीमा हैदर को वापस भेजो", "शेख हसीना को वापस भेजो" और "रोहिंग्या को वापस भेजो"। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जिस तरह अमेरिका ने प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है, वैसे ही भारत को भी अवैध प्रवासियों पर सख्त कदम उठाना चाहिए।
बांग्लादेशी घुसपैठ पर चिंता
शिवसेना के जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष मनीष साहनी ने कहा कि 2007 में एक रिपोर्ट में बताया गया था कि करीब सवा करोड़ बांग्लादेशी अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और हर साल तीन लाख नए बांग्लादेशी घुसपैठ करते हैं। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान में भारत में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की संख्या दो करोड़ के करीब हो गई है।
बीजेपी पर आरोप
शिवसेना ने बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि चुनावों में अवैध प्रवासियों को बाहर करने का वादा किया जाता है, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बांग्लादेश से सटी 856 किलोमीटर लंबी सीमा पर अभी तक पूरी तरह से तारबंदी नहीं की गई है, जिससे घुसपैठ जारी है।
रोहिंग्या शरणार्थियों का सुरक्षा खतरा
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है, जो कि सुरक्षा के लिए खतरे की स्थिति पैदा कर सकता है। उनका कहना था कि अगर अमेरिका अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है, तो भारत को भी इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।