Edited By Rohini Oberoi,Updated: 02 Mar, 2025 01:01 PM

पिछले पांच महीनों में घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। इस गिरावट ने बड़े निवेशकों को भी नहीं बख्शा। देश के कई जाने-माने निवेशकों को शेयर कीमतों में भारी गिरावट का सामना करना पड़ा है। 1 जनवरी से उनके स्टॉक पोर्टफोलियो का मूल्य 25% गिर गया है।...
नेशनल डेस्क। पिछले पांच महीनों में घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। इस गिरावट ने बड़े निवेशकों को भी नहीं बख्शा। देश के कई जाने-माने निवेशकों को शेयर कीमतों में भारी गिरावट का सामना करना पड़ा है। 1 जनवरी से उनके स्टॉक पोर्टफोलियो का मूल्य 25% गिर गया है। यदि हम और पीछे जाएं तो 1 अक्टूबर से इसमें 30% की कमी आई है। देश के शीर्ष 10 व्यक्तिगत निवेशकों के पोर्टफोलियो का कुल मूल्य 1 अक्टूबर से अब तक लगभग 81,000 करोड़ रुपये घट गया है। हालांकि कुछ निवेशक अपने नुकसान को सीमित करने में कामयाब रहे हैं। सबसे बड़ा नुकसान डीमार्ट के संस्थापक राधाकृष्णन दमानी को हुआ है। 1 अक्टूबर से अब तक उनकी कुल संपत्ति में 64,000 करोड़ रुपये या 28% की गिरावट आई है।
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इस दौरान दमानी की कुल संपत्ति 2.31 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.67 लाख करोड़ रुपये रह गई है। उनकी प्रमुख कंपनी एवेन्यू सुपरमार्केट्स के शेयरों में अक्टूबर से अब तक 27% की गिरावट आ चुकी है। इसी प्रकार उनके दूसरे सबसे बड़े निवेश ट्रेंट के शेयरों में भी 32% की गिरावट आई है। 1 अक्टूबर से अब तक निफ्टी में 11% की गिरावट आई है, जबकि निफ्टी मिडकैप 150 और निफ्टी स्मॉलकैप सूचकांकों में क्रमशः 17% और 22% की गिरावट आई है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के भारतीय शेयर बेचे। छोटी और कम मूल्यवान कंपनियों के शेयरों में और भी अधिक तेजी से गिरावट आई है, कुछ शेयरों में 30% से 80% तक की गिरावट आई है।