Edited By Utsav Singh,Updated: 01 Oct, 2024 02:30 PM
भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को तेज गिरावट का सामना करना पड़ा। हालांकि, कुछ स्टॉक्स ने सकारात्मक रुख भी अपनाया है। ऐसे में निवेशकों के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण है। ऐसे में एक्सपर्ट्स ने खुदरा निवेशकों के लिए कुछ खास सलाह दी है। आइए जानते है...
नेशनल डेस्क : इस समय शेयर बाजार में बड़ा करेक्शन चल रहा है, जिससे कई स्टॉक्स में भारी गिरावट देखी जा रही है। हालांकि, कुछ स्टॉक्स ने सकारात्मक रुख भी अपनाया है। ऐसे में निवेशकों के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण है। मार्केट में इस उथल-पुथल के बीच खुदरा निवेशकों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि इस स्थिति में उन्हें क्या करना चाहिए और किससे बचना चाहिए। ऐसे में एक्सपर्ट्स ने खुदरा निवेशकों के लिए कुछ खास सलाह दी है।
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क्या करें खुदरा निवेशक?
फाइनेंशियल एनालिस्ट कुणाल सरावगी का कहना है कि इस करेक्शन की उम्मीद पहले से ही थी, इसलिए इससे निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि भविष्य में मार्केट बुलिश रहेगा। उनका सुझाव है कि निवेशकों को अभी और करेक्शन का इंतजार करना चाहिए, और फिर खरीदारी शुरू करनी चाहिए। खासकर मेटल और फार्मा सेक्टर में अच्छे प्रदर्शन की संभावना है।
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बाजार की संभावित प्रतिक्रिया
कुणाल सरावगी के अनुसार, शेयर बाजार आने वाले दिनों में भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव, और भारत में विधानसभा चुनाव के परिणामों से प्रभावित होगा। उन्होंने बताया कि इजरायल-हिजबुल्लाह युद्ध का शॉर्ट टर्म में मार्केट पर असर पड़ सकता है, लेकिन लंबे समय में इसका कोई खास प्रभाव नहीं होगा। फिलहाल, भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोने की कीमतों में वृद्धि हो रही है, और अमेरिकी डॉलर में भी मजबूती देखी जा रही है।
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भारतीय शेयर बाजार में गिरावट
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में तेज गिरावट आई। दोपहर 1:29 बजे सेंसेक्स 1279.29 अंक गिरकर 84314.25 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 50 भी 372 अंक गिरकर 25806.95 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इस गिरावट के चलते निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक डूब गए। दोपहर 12:10 बजे बीएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3.50 लाख करोड़ रुपये घटकर 475.60 लाख करोड़ रुपये रह गया, जबकि 27 सितंबर को यह 479.10 लाख करोड़ रुपये था।
इस पूरे परिदृश्य में, निवेशकों को धैर्य रखने की सलाह दी जा रही है। बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव के बीच, सही रणनीति अपनाना महत्वपूर्ण है।