Edited By Rahul Singh,Updated: 02 Dec, 2024 02:55 PM
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और शिवसेना के सांसद श्रीकांत शिंदे ने डिप्टी मुख्यमंत्री बनने को लेकर उठ रही खबरों को खारिज कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से स्पष्ट किया कि उन्हें केंद्र सरकार में...
नैशनल डैस्क : महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और शिवसेना के सांसद श्रीकांत शिंदे ने डिप्टी मुख्यमंत्री बनने को लेकर उठ रही खबरों को खारिज कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से स्पष्ट किया कि उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री बनने का प्रस्ताव दिया गया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वह राज्य में किसी भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं और न ही उन्हें सत्ता में पद की कोई इच्छा है। श्रीकांत शिंदे ने यह भी बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से अपने पिता एकनाथ शिंदे की अस्वस्थता के कारण अपने गांव गए थे, जहां वह आराम कर रहे थे।
मुझे सत्ता में पद की कोई चाहत नहीं
उन्होंने मराठी में एक्स पर लिखा, ''महागठबंधन सरकार का शपथ ग्रहण समारोह थोड़ा विलंबित हो गया है और फिलहाल इसे लेकर खूब चर्चाएं और अफवाहें चल रही हैं। कार्यवाहक मुख्यमंत्री मा. श्री एकनाथ शिंदे अस्वस्थता के कारण दो दिन के लिये गाँव गये और विश्राम किया। इसलिए अफवाहें पनपीं। पिछले दो दिनों से यह खबर सवालिया निशान के साथ दी जा रही है कि मैं उपमुख्यमंत्री बनूंगा। दरअसल इसमें कोई सच्चाई नहीं है और मेरे उपमुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही सभी खबरें बेबुनियाद और बेबुनियाद हैं।''
उन्होंने आगे लिखा, ''लोकसभा चुनाव के बाद भी मुझे केंद्र सरकार में मंत्री बनने का मौका मिला। लेकिन पार्टी संगठन के लिए काम करने की सोच कर मैंने तब भी मंत्री पद ठुकरा दिया. मुझे सत्ता में पद की कोई चाहत नहीं है। मैं एक बार फिर स्पष्ट कर दूं कि मैं राज्य में किसी भी मंत्री पद की दौड़ में नहीं हूं। नेताने केवल मेरे लोकसभा क्षेत्र और शिवसेना के लिए काम करेंगे।' हम मीडिया के उत्साह और प्रतिस्पर्धा को समझ सकते हैं, लेकिन मेरा उनसे अनुरोध है कि समाचार देते समय वास्तविकता से मुंह न मोड़ें। एक मामूली उम्मीद कि मेरे बारे में चर्चाएं अब कम से कम बंद होंगी।''
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर ताजा अपडेट यह है कि सोमवार को महायुति (शिवसेना, भाजपा और अन्य सहयोगी दलों का गठबंधन) की बैठक को रद्द कर दिया गया। यह बैठक मुख्यमंत्री पद के चुनाव और नए मंत्रिमंडल के गठन के लिए अहम मानी जा रही थी, लेकिन एकनाथ शिंदे के अस्वस्थ होने के कारण यह बैठक नहीं हो पाई। शिंदे फिलहाल ठाणे में आराम कर रहे हैं और मुंबई नहीं गए। इस बीच, महायुति के अन्य प्रमुख साझेदार अजित पवार, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता हैं, अपने पार्टी के सांसद सुनील तटकरे के साथ मुंबई पहुंचे। वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य भाजपा नेताओं के साथ सरकार गठन पर चर्चा करेंगे।
सरकार गठन में देरी होने से नाखुश अजीत पवार
बताया जा रहा है कि अजित पवार और NCP के अन्य नेता सरकार गठन में हो रही देरी से नाखुश हैं, क्योंकि शिंदे और भाजपा के बीच कुछ मुद्दों पर तनातनी चल रही है। NCP ने शिवसेना पर भी आरोप लगाया कि उनके नेताओं को दिल्ली में बातचीत के लिए नहीं बुलाया गया, जो स्थिति को और तनावपूर्ण बना रहा है। वहीं, शिवसेना का यह भी कहना है कि एकनाथ शिंदे पहले ही यह घोषणा कर चुके थे कि वह डिप्टी सीएम बनने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन वह सरकार में गृह मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभाग के साथ बने रहना चाहते हैं।
श्रीकांत शिंदे ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में यह भी स्पष्ट किया कि डिप्टी मुख्यमंत्री बनने की अटकलों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि हाल ही में महागठबंधन सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में थोड़ी देर होने और उनके पिता के स्वास्थ्य को लेकर उठी खबरों से यह अफवाहें फैल गईं। श्रीकांत शिंदे ने यह भी बताया कि उन्हें लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र सरकार में मंत्री बनने का प्रस्ताव मिला था, जिसे उन्होंने अपने पार्टी और संगठन के लिए काम करने की इच्छा से ठुकरा दिया।