Edited By rajesh kumar,Updated: 23 Jul, 2024 12:41 PM
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में अपना सातवां बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने पूर्वोत्तर के लिए बड़ा ऐलान किया है। सीतारमण ने घोषणा की कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) की 100 से अधिक शाखाएं स्थापित की...
नेशनल डेस्क: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में अपना सातवां बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने पूर्वोत्तर के लिए बड़ा ऐलान किया है। सीतारमण ने घोषणा की कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) की 100 से अधिक शाखाएं स्थापित की जाएंगी। यह कदम एक बार फिर भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को उजागर करता है।
देश के सुदूर कोनों तक बैंकिंग को सुलभ बना रहा IPPB
आईपीपीबी, जो देश के अंतिम छोर पर बैठे ग्राहकों को विभिन्न उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने में अग्रणी है, ग्राहकों को अपनी डोरस्टेप बैंकिंग (डीएसबी) सेवाओं के साथ घर पर बैंकिंग सुविधाओं का आनंद लेने का अवसर भी देता है। भारतीय डाक के गहन नेटवर्क के कारण, जिसमें लाखों ग्राहकों को सहायक बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए मोबाइल उपकरणों से युक्त 1.36 लाख से अधिक डाकघर (एक्सेस प्वाइंट) हैं, आईपीपीबी देश के सुदूर कोनों तक बैंकिंग को सुलभ बना रहा है।
1 सितंबर, 2018 को लॉन्च हुई थी योजना
इस वर्ष की शुरुआत में, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने की घोषणा की, जिसके तहत अब आठ करोड़ ग्राहक इसकी नवीन और समावेशी वित्तीय सेवाओं से लाभान्वित हो रहे हैं। केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली 100 प्रतिशत इक्विटी के साथ डाक विभाग के तहत स्थापित आईपीपीबी को 1 सितंबर, 2018 को लॉन्च किया गया था। इसके शुभारंभ को वित्तीय अंतर को पाटने, वंचित आबादी को सशक्त बनाने और पारंपरिक और डिजिटल बैंकिंग सेवाओं के संयोजन के माध्यम से वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा गया। अपनी स्थापना के बाद से ही आईपीपीबी देश के हर कोने में सुलभ और किफायती बैंकिंग समाधान उपलब्ध कराने के लिए समर्पित रहा है।
निर्बाध लेनदेन की सुविधा प्रदान की
वित्तीय समावेशन के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, आईपीपीबी ने विभिन्न जनसांख्यिकी में व्यक्तियों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें दूरदराज और वंचित क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी शामिल हैं। डिजिटल बैंकिंग सेवाओं पर बैंक के फोकस ने निर्बाध लेनदेन की सुविधा प्रदान की है, जिससे बैंकिंग सेवाएं आबादी के व्यापक वर्ग तक पहुंच पाती हैं। आईपीपीबी की पहुंच और इसका परिचालन मॉडल इंडिया स्टैक के प्रमुख स्तंभों पर आधारित है - सीबीएस-एकीकृत स्मार्टफोन और बायोमेट्रिक डिवाइस के माध्यम से ग्राहकों के दरवाजे पर सरल और सुरक्षित तरीके से कागज रहित, नकदी रहित और उपस्थिति रहित बैंकिंग को सक्षम करना।