Edited By Anu Malhotra,Updated: 22 Feb, 2025 11:45 AM

म्यूचुअल फंड में अधिक से अधिक छोटे निवेशकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) ने तीन नई पहल शुरू की हैं। इनमें तरुण योजना, मित्र प्लेटफॉर्म और सैचेट एसआईपी (Sachet SIP) शामिल हैं। भारतीय प्रतिभूति और...
नेशनल डेस्क: म्यूचुअल फंड में अधिक से अधिक छोटे निवेशकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) ने तीन नई पहल शुरू की हैं। इनमें तरुण योजना, मित्र प्लेटफॉर्म और सैचेट एसआईपी (Sachet SIP) शामिल हैं। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने कहा कि भारत के वित्तीय बाजार को मजबूत बनाने के लिए निवेशकों की सक्रिय भागीदारी बेहद जरूरी है।
AMFI की ये पहल न केवल छोटे निवेशकों को म्यूचुअल फंड्स की ओर आकर्षित करेंगी, बल्कि पारदर्शिता, सुरक्षा और निवेश की आसान पहुंच को भी सुनिश्चित करेंगी।
AMFI के तीन नए इनिशिएटिव
1. तरुण योजना:
- स्कूली पाठ्यक्रम में वित्तीय शिक्षा को शामिल करने की पहल।
- छात्रों और शिक्षकों को निवेश के बुनियादी सिद्धांतों की जानकारी दी जाएगी।
- टॉप 20% छात्रों के एसआईपी खाते में प्रति माह ₹100 (दो साल में ₹2,400) जमा किए जाएंगे।
- यह राशि लास्ट एसआईपी किस्त के दो साल बाद निकाली जा सकेगी।
2. मित्र प्लेटफॉर्म:
- निष्क्रिय या भूले हुए म्यूचुअल फंड निवेशों को पहचानने और वापस पाने में मदद करेगा।
- निवेशकों और उनके कानूनी उत्तराधिकारियों के लिए फायदेमंद।
3. छोटी SIP (Sachet SIP):
- सभी म्यूचुअल फंड हाउस को ₹250 मासिक निवेश वाली SIP योजना शुरू करनी होगी।
- पहली बार निवेश करने वालों और छोटे निवेशकों के लिए लाभदायक।
SEBI ने मिड और स्मॉलकैप शेयरों की गिरावट पर दी सफाई
SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में हाल की गिरावट पर कहा कि नियामक को इस पर कोई अतिरिक्त टिप्पणी करने की जरूरत नहीं लगती। SEBI पहले ही अपनी चिंता जता चुका है और निवेशकों को बाजार की चाल पर नजर बनाए रखने की सलाह दी है।
AMFI और SEBI में अंतर
- SEBI भारतीय प्रतिभूति बाजार का प्राथमिक नियामक निकाय है।
- AMFI एक स्व-नियामक संस्था है, जो सेबी के दिशानिर्देशों के भीतर काम करती है और म्यूचुअल फंड उद्योग को बढ़ावा देती है।
AMFI की इन पहलों से छोटे निवेशकों को कम राशि से म्यूचुअल फंड निवेश शुरू करने, वित्तीय साक्षरता बढ़ाने और भूले हुए निवेशों को पुनः प्राप्त करने में मदद मिलेगी।