Edited By Anu Malhotra,Updated: 07 Oct, 2024 08:23 AM
1.43 करोड़ उपभोक्ताओं के बिजली मीटर को स्मार्ट मीटर से बदला जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर कुल 14,037 करोड़ रुपए खर्च होंगे और इसे 27 महीनों में पूरा किया जाएगा। स्मार्ट मीटर में प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों सुविधाएं होंगी, जिससे उपभोक्ताओं को 15 पैसे प्रति...
नेशनल डेस्क: 1.43 करोड़ उपभोक्ताओं के बिजली मीटर को स्मार्ट मीटर से बदला जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर कुल 14,037 करोड़ रुपए खर्च होंगे और इसे 27 महीनों में पूरा किया जाएगा। स्मार्ट मीटर में प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों सुविधाएं होंगी, जिससे उपभोक्ताओं को 15 पैसे प्रति यूनिट की छूट मिलेगी। राजस्थान में जयपुर डिस्कॉम में 47.63 लाख मीटर लगाए जाएंगे, जिन पर 3,138 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
यह परियोजना 27 महीनों में पूरी होने की योजना है, ताकि केंद्र सरकार से सब्सिडी प्राप्त की जा सके। खास बात यह है कि स्मार्ट मीटर में उपभोक्ताओं के लिए पोस्टपेड और प्रीपेड दोनों विकल्प उपलब्ध होंगे। प्रीपेड विकल्प के तहत, उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार रिचार्ज कर सकेंगे, और ऐसे उपभोक्ताओं को बिल में प्रति यूनिट 15 पैसे की छूट मिलेगी। इसके अतिरिक्त, उपभोक्ता मीटर को रिमोट कंट्रोल के माध्यम से कहीं से भी मॉनिटर करने की सुविधा भी मिलेगी।
किस डिस्कॉम में कितने मीटर लगाए जाएंगे:
जयपुर डिस्कॉम: 47.63 लाख मीटर, लागत 3,138 करोड़ रुपये
अजमेर डिस्कॉम: 54.32 लाख मीटर, लागत 3,663 करोड़ रुपये
जोधपुर डिस्कॉम: 40.80 लाख मीटर, लागत 2,877 करोड़ रुपये
स्मार्ट मीटर से मिलेगी पोस्टपेड और प्री-पेड दोनों तरह की सुविधा
प्री-पेड रिचार्ज का विकल्प: उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार जितने पैसों का रिचार्ज करेंगे, उतनी ही बिजली प्राप्त कर सकेंगे।
दैनिक बिजली खपत की जानकारी: उपभोक्ता अपनी दैनिक बिजली खपत और खर्चे की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।
मासिक उपभोग की योजना: स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता अपने मासिक बिजली उपयोग की योजना बनाने में सक्षम होंगे।
सप्लाई बंद होने पर तुरंत सूचना: यदि घर की बिजली सप्लाई बंद होती है, तो इसकी सूचना सीधे कंट्रोल रूम में भेजी जाएगी।
लोड बढ़ने पर मोबाइल पर अलर्ट: जब बिजली सप्लाई लोड अधिक होता है, तो उपभोक्ताओं को मोबाइल पर मैसेज भेजकर सूचित किया जाएगा।