Edited By Parminder Kaur,Updated: 17 Feb, 2025 12:06 PM
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भारत ने स्मार्टफोन निर्यात में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया है। अप्रैल से जनवरी के बीच स्मार्टफोन निर्यात का आंकड़ा 1.55 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो कि एक नया रिकॉर्ड है। इस वृद्धि का मुख्य कारण सरकार की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव...
नेशनल डेस्क. भारत ने स्मार्टफोन निर्यात में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया है। अप्रैल से जनवरी के बीच स्मार्टफोन निर्यात का आंकड़ा 1.55 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो कि एक नया रिकॉर्ड है। इस वृद्धि का मुख्य कारण सरकार की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना है, जिससे स्मार्टफोन निर्यात में काफी तेजी आई है। FY24 में यह आंकड़ा 1.31 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा।
जनवरी में रिकॉर्ड निर्यात
जनवरी में स्मार्टफोन निर्यात ने ऐतिहासिक उच्चतम स्तर को छुआ, जिसमें 25,000 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ, जो कि जनवरी 2024 के मुकाबले 140% अधिक था।
10 महीनों में 56% की बढ़ोतरी
अप्रैल से जनवरी तक के 10 महीनों में स्मार्टफोन निर्यात 56% बढ़कर 1.31 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि पिछले साल के समान अवधि में यह आंकड़ा 99,120 करोड़ रुपये था।
वेंडर्स का योगदान
इस रिकॉर्ड निर्यात में प्रमुख योगदान एप्पल के कुछ iPhone वेंडर्स का है, जो तमिलनाडु में स्थित है, जिनमें फॉक्सकॉन का लगभग आधा योगदान है। फॉक्सकॉन के निर्यात में पिछले साल की तुलना में 43% की वृद्धि दर्ज की गई। iPhone वेंडर टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने कर्नाटका में अपनी यूनिट में उत्पादन बढ़ाया है, जो अब 22% का योगदान कर रहा है। इसके अलावा पेगाट्रॉन का योगदान 12% है, जिसमें टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने हाल ही में हिस्सेदारी खरीदी है। सैमसंग का योगदान लगभग 20% है, जबकि शेष योगदान घरेलू कंपनियों और मर्चेंट एक्सपोर्ट्स से है।
भविष्य में निर्यात लक्ष्य
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि FY25 में स्मार्टफोन निर्यात का आंकड़ा 20 अरब डॉलर (लगभग 1.68 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंचने की उम्मीद है।
दस साल में हुई बड़ी छलांग
स्मार्टफोन पहले भारत के निर्यात में 67वें स्थान पर थे, लेकिन अब वे दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। अप्रैल 2020 में PLI योजना की शुरुआत के बाद से निर्यात में लगातार वृद्धि हो रही है। FY21 में निर्यात 23,390 करोड़ रुपये से बढ़कर FY22 में 47,340 करोड़ रुपये हो गया, जो लगभग दोगुना था। इसके बाद FY23 में निर्यात फिर से दोगुना होकर 91,652 करोड़ रुपये तक पहुंच गया और अब FY24 में यह आंकड़ा 1.31 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो तेजी से बढ़ते निर्यात को दर्शाता है।