Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Jun, 2020 02:34 PM
![smriti irani dismisses talk of increasing domestic violence in lockdown](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2020_6image_14_34_331920559smritiirani-ll.jpg)
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लॉकडाउन के दौरान महिलाओं के विरुद्ध घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि के दावों को खारिज किया है। यह पूछे जाने पर कि क्या लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि हुई और इस दौरान महिलाएं शिकायत भी दर्ज नहीं करा...
नेशनल डेस्क: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लॉकडाउन के दौरान महिलाओं के विरुद्ध घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि के दावों को खारिज किया है। यह पूछे जाने पर कि क्या लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि हुई और इस दौरान महिलाएं शिकायत भी दर्ज नहीं करा पाईं, ईरानी ने रविवार को जवाब दिया, “यह गलत है। प्रत्येक राज्य में पुलिस अपना काम कर रही है। प्रत्येक राज्य के प्रत्येक जिले में समस्या का समाधान करने वाले केंद्र हैं। जिन महिलाओं को हमने बचाया है उनके नाम और पहचान उजागर किए बिना मैं प्रत्येक पीड़िता के पुनर्वास की राज्यवार और जिलेवार जानकारी दे सकती हूं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ गैर सरकारी संगठनों द्वारा डर फैलाया जा रहा है कि घर में रहने वाली 80 फीसदी महिलाओं को पीटा जा रहा है। ईरानी ने कहा कि घर में हर पुरुष महिला को नहीं पीट रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हमारी पुलिस काम कर रही थी। हमारे समस्या निवारण केंद्र भी काम कर रहे थे। ईरानी ने कहा कि बचाव और पुनर्वास सुविधाएं महिलाओं को ही नहीं बच्चों को भी उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में आंकड़े देखें तो केंद्र के नंबर के अलावा सभी राज्यों में 35 हेल्पलाइन नंबर हैं जो लॉकडाउन के दौरान पूरी तरह काम कर रहे थे।