Edited By Pardeep,Updated: 23 Feb, 2025 11:48 PM
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तमिलनाडु में जारी भाषा विवाद के बीच तमिल समर्थक कार्यकर्ताओं ने रविवार को प्रदेश के दो रेलवे स्टेशनों पर नामपट्ट पर लिखे हिंदी शब्दों पर कालिख पोत दी। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी।
नेशनल डेस्कः तमिलनाडु में जारी भाषा विवाद के बीच तमिल समर्थक कार्यकर्ताओं ने रविवार को प्रदेश के दो रेलवे स्टेशनों पर नामपट्ट पर लिखे हिंदी शब्दों पर कालिख पोत दी। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी।
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक द्वारा केंद्र पर प्रदेश में हिंदी थोपे जाने का आरोप लगाए जाने के बीच तमिल समर्थक कार्यकर्ताओं ने रविवार को यहां रेलवे स्टेशन पर हिंदी में लिखे स्थान के नाम पर काला रंग पोत दिया। इस आशय के वायरल एक वीडियो में कार्यकर्ता हिंदी में लिखे ‘पोल्लाच्चि जंक्शन' पर काला पेंट करते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन अधिकारियों ने बाद में इसे ठीक कर दिया।
दक्षिणी रेलवे के पालघाट मंडल ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘‘आरपीएफ पोलाच्चि ने आरोपियों की पहचान कर ली है और रेलवे अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर लिया है और उन पर मुकदमा चलाया जाएगा। इसे तुरंत ठीक कर दिया गया।''
इस बीच अधिकारियों ने बताया कि द्रमुक कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के तिरुनेलवेली जिले के पलयनकोट्टई रेलवे स्टेशन पर नामपट्ट पर अंकित हिंदी नाम को काले रंग से रंग दिया। अधिकारियों ने बताया कि आरपीएफ ने रेलवे अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत पार्टी के छह कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक का भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के साथ वाकयुद्ध जारी है और उसने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के माध्यम से हिंदी थोपने का आरोप लगाया गया है। हालांकि केंद्र ने इस आरोप का खंडन किया है।