Edited By rajesh kumar,Updated: 27 Nov, 2024 03:44 PM
एयरसेल कंपनी के पूर्व मालिक और मलेशियाई टेलीकॉम टायकून आनंद कृष्णन के बेटे, 18 वर्षीय वेन अजान सिरिपान्यो ने अपनी ऐशो-आराम की जिंदगी को छोड़कर संन्यास लेने का फैसला किया है।
नेशनल डेस्क: एयरसेल कंपनी के पूर्व मालिक और मलेशियाई टेलीकॉम टायकून आनंद कृष्णन के बेटे, 18 वर्षीय वेन अजान सिरिपान्यो ने अपनी ऐशो-आराम की जिंदगी को छोड़कर संन्यास लेने का फैसला किया है। उसने अपनी करीब 40,000 करोड़ रुपए (5 अरब डॉलर) की संपत्ति और विलासिता भरी जिंदगी को ठुकरा दिया है। अब वेन अजान सिरिपान्यो बौद्ध धर्म को अपना चुके हैं और थाईलैंड तथा म्यांमार की सीमा पर स्थित द्ताओ डम मठ के प्रमुख (अब्बॉट) के रूप में जीवन बिता रहे हैं।
संन्यास से पहले की जिंदगी
वेन अजान सिरिपान्यो का परिवार मलेशिया के सबसे अमीर परिवारों में से एक है। उसके पिता आनंद कृष्णन टेलीकॉम, मीडिया, सैटेलाइट, गैस और रियल एस्टेट क्षेत्रों में व्यापार करते हैं। उनकी कंपनी एयरसेल आईपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) की स्पॉन्सर भी थी। वेन अजान सिरिपान्यो ने अपनी शिक्षा लंदन में पूरी की और आठ भाषाओं का ज्ञान रखते हैं, जिनमें अंग्रेजी, तमिल और थाई शामिल हैं।
संन्यास के बाद थाईलैंड का दौरा किया
वेन अजान सिरिपान्यो ने संन्यास लेने के बाद थाईलैंड का दौरा किया, जहां वह अपनी मां के परिवार से मिले और एक आश्रम में जाकर संन्यास का ऐलान किया। अब वह द्ताओ डम मठ का प्रमुख बनकर साधारण जीवन जी रहे हैं।
अजान सिरिपान्यो ने बौद्ध धर्म अपनाया
हालांकि वेन अजान सिरिपान्यो ने बौद्ध धर्म अपना लिया है और भिक्षाटन से अपना जीवन यापन करते हैं, लेकिन वह अभी भी अपने परिवार से जुड़े हुए हैं। वह प्राइवेट जेट से अपने पिता से मिलने के लिए इटली जाते हुए देखे गए हैं। उनके पिता आनंद कृष्णन ने उनके लिए पेनांग हिल में एक आध्यात्मिक रिट्रीट भी खरीदी है।
बेटे के फैसले पर जताई खुशी
अपने बेटे के इस फैसले पर आनंद कृष्णन ने खुशी जताई है और कहा है कि वह भी बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं, इसलिए वेन के फैसले को वह पूरी तरह से समझते हैं और उनका स्वागत करते हैं।