Edited By Mahima,Updated: 20 Aug, 2024 10:29 AM
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हाल ही में हुई एक दुखद घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। 9 अगस्त की सुबह एक ट्रेनी डॉक्टर का शव मेडिकल कॉलेज में पाया गया। डॉक्टर की हालत गंभीर थी और उनके प्राइवेट पार्ट, आंखों, और मुंह से खून बह रहा था।
नेशनल डेस्क: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हाल ही में हुई एक दुखद घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। 9 अगस्त की सुबह एक ट्रेनी डॉक्टर का शव मेडिकल कॉलेज में पाया गया। डॉक्टर की हालत गंभीर थी और उनके प्राइवेट पार्ट, आंखों, और मुंह से खून बह रहा था। उनकी गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई थी। प्रारंभिक जांच से पता चला कि डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया था और फिर उनकी हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद मुख्य आरोपी संजय, जो कि पहले इसी मेडिकल कॉलेज में रह चुका था, अपराध के बाद अपनी बैरक में जाकर सो गया।
इस घटना की गंभीरता को देखते हुए, कोलकाता हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है और आज इस मामले की सुनवाई होने वाली है। इस बीच, कोलकाता के सोनागाछी क्षेत्र की वेश्याओं ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोनागाछी एशिया के सबसे बड़े वेश्यालयों में से एक है और यहां की वेश्याओं ने मीडिया से बात करते हुए इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
सोनागाछी की वेश्याओं ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं बेहद दुखद और चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना ने सभी को बहुत तकलीफ पहुंचाई है और वे चाहते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। एक सेक्स वर्कर ने कहा, "हम इस क्षेत्र में सेक्स वर्कर के तौर पर काम कर रहे हैं। हमें इस बात का दुख है कि ऐसे अपराध हो रहे हैं। लोग अगर बलात्कार करने की सोच रखते हैं, तो उन्हें हमारे पास आना चाहिए और यहां पर आकर अपने इच्छाओं को पूरा करना चाहिए। बलात्कार की घटनाओं को अंजाम देना गलत है।" उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना उन लड़कियों और महिलाओं के प्रति गहरी चिंता और दुख का कारण है, जो समाज में दबाव और भेदभाव का सामना करती हैं।
एक अन्य सेक्स वर्कर ने कहा, "कोलकाता को एक सुरक्षित जगह माना जाता है, लेकिन इस घटना के बाद ऐसा नहीं लगता कि यह सबसे सुरक्षित शहर है। हमें लगता है कि 21वीं सदी में भी महिलाओं को दबाया जा रहा है और हमें डर के कारण पीछे रहना पड़ रहा है।" कोलकाता मेडिकल कॉलेज की यह घटना न केवल शहर बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा और अपराधों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इस मामले की सुनवाई के बाद उम्मीद की जा रही है कि न्याय मिलेगा और ऐसे अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी उपाय किए जाएंगे।