Edited By rajesh kumar,Updated: 04 Jan, 2025 08:33 PM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अयोध्या में भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। सीएम ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा राम के बजाय बाबर को अपना प्रतीक मानती है, जो देश और समाज के लिए विध्वंसकारी है।
नेशनल डेस्क: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अयोध्या में भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के सभागार में एक बैठक की, जहां उन्होंने आगामी मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि उन्हें मिल्कीपुर चुनाव में भाजपा के लिए ज्यादा से ज्यादा वोट दिलाने के लिए अपने बूथ पर पूरी मेहनत से काम करना होगा।
कार्यकर्ताओं को दिया जीत का मंत्र
मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, "संपर्क और संवाद ही जीत का मंत्र है।" उन्होंने भाजपा को विकास की पार्टी बताते हुए कहा कि हमने अयोध्या को विकास का प्रतीक बनाया है। सीएम ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा राम के बजाय बाबर को अपना प्रतीक मानती है, जो देश और समाज के लिए विध्वंसकारी है।
सपा पर हमला
योगी आदित्यनाथ ने कहा, "सपा ने अयोध्या को विकास से रोका और राम भक्तों पर गोलियां चलवाईं।" उन्होंने आरोप लगाया कि सपा आज भी आतंकवादियों, दुराचारियों और अपराधियों के साथ खड़ी रहती है, जबकि भाजपा देश और प्रदेश को विकास की दिशा में आगे बढ़ा रही है।
भ्रष्टाचार और माफिया राज का खात्मा
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बिना भेदभाव के जरूरतमंदों को आवास, शौचालय और निशुल्क गैस कनेक्शन दिए हैं। इसके अलावा, प्रदेश को अराजकता और माफिया राज से मुक्त कर दिया है।
जनता को जागरूक करने का संदेश
मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे डबल इंजन सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाएं और विकास के आधार पर वोट की अपील करें। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कुंदरकी उपचुनाव में जहां 65 प्रतिशत मुस्लिम आबादी थी, वहां भी भाजपा ने रिकार्ड मतों से जीत हासिल की।
मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा की जीत का लक्ष्य
सीएम योगी ने कार्यकर्ताओं से मिल्कीपुर उपचुनाव को रिकॉर्ड मतों से जीतने का लक्ष्य लेकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई, तो दुनिया ने अयोध्यावासियों को सिर आंखों पर बिठाया।"