Edited By Anu Malhotra,Updated: 13 Aug, 2024 07:53 AM
14 अगस्त की रात आसमान में एक खास खगोलीय घटना होने जा रही है। इस रात, लाल ग्रह मंगल और विशाल बृहस्पति (Jupiter) एक-दूसरे के इतने करीब आ जाएंगे कि वे लगभग स्पर्श करते हुए प्रतीत होंगे। यह दुर्लभ दृश्य आकाश में उनकी आभासी दूरी को केवल 0.3 डिग्री तक ले...
नेशनल डेस्क: 14 अगस्त की रात आसमान में एक खास खगोलीय घटना होने जा रही है। इस रात, लाल ग्रह मंगल और विशाल बृहस्पति (Jupiter) एक-दूसरे के इतने करीब आ जाएंगे कि वे लगभग स्पर्श करते हुए प्रतीत होंगे। यह दुर्लभ दृश्य आकाश में उनकी आभासी दूरी को केवल 0.3 डिग्री तक ले आएगा। इस तरह का अगला मौका 2033 में ही मिलेगा, जब ये दोनों ग्रह फिर से इतने करीब नजर आएंगे।
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान के वरिष्ठ खगोल विज्ञानी, डॉ. शशिभूषण पांडेय के अनुसार, यह अद्भुत खगोलीय मिलन 14 अगस्त की रात लगभग 8 बजे देखा जा सकेगा। हालांकि मंगल और बृहस्पति आभासी रूप से करीब नजर आएंगे, लेकिन वास्तविकता में उनके बीच की दूरी अभी भी करोड़ों किलोमीटर रहेगी।
"कंजक्शन" या "आच्छादन"
ग्रहों के इस प्रकार एक-दूसरे के करीब आने की घटना को "कंजक्शन" या "आच्छादन" कहा जाता है। यह तब होता है जब ग्रह अपनी कक्षाओं में घूमते हुए एक-दूसरे के करीब आते हैं। यह घटना भले ही खगोल विज्ञान के लिए सामान्य हो, लेकिन काल गणना और ग्रहों की गति का अध्ययन करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। ऐसी घटनाएं वैज्ञानिकों के लिए ग्रहों की सटीक स्थिति और उनकी गतियों का अध्ययन करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती हैं। इसके साथ ही, एस्ट्रो फोटोग्राफरों के लिए भी यह एक शानदार मौका होगा।
आसमानी आतिशबाजी का नजारा: 17 अगस्त को सिग्निड उल्कावृष्टि
14 अगस्त को मंगल और बृहस्पति के मिलन के बाद, 17 अगस्त को आसमान में एक और दिलचस्प खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। इस दिन सिग्निड उल्कावृष्टि का नजारा होगा, जिसे आसमानी आतिशबाजी के रूप में जाना जाता है। इस खूबसूरत दृश्य को देखने के लिए चांद के ढलने का इंतजार करना होगा। 18 अगस्त की सुबह होने से पहले, इस उल्कावृष्टि का अद्भुत दृश्य देखने की संभावना सबसे अधिक होगी।