Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Dec, 2024 12:46 PM
एक तरफ जहां उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का कहर शुरू हो गया है वहीं कश्मीर घाटी में इन दिनों भयंकर शीतलहर चल रही है, जिसके कारण सोमवार को डल झील की सतह जम गई। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, इस क्षेत्र में न्यूनतम तापमान -7 डिग्री सेल्सियस और...
नेशनल डेस्क: एक तरफ जहां उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का कहर शुरू हो गया है वहीं कश्मीर घाटी में इन दिनों भयंकर शीतलहर चल रही है, जिसके कारण सोमवार को डल झील की सतह जम गई। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, इस क्षेत्र में न्यूनतम तापमान -7 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव के आसपास बैठकर गर्म कपड़े पहने हुए नजर आ रहे हैं।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, "मौसम काफी ठंडा हो गया है, हमारे हाथ जमने लगे हैं और डल झील भी जम गई है। यह पहली बार है जब शहर में इतना ठंडा तापमान देखा गया है।" वहीं, एक और निवासी ने कहा कि इस ठंड के कारण बर्फबारी की संभावना भी बन सकती है। उनका कहना था, "यहां बर्फबारी हो सकती है। तापमान बहुत कम हो गया है, और लोगों को इस ठंड से बचने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने चाहिए।"
आईएमडी ने 24 दिसंबर से जम्मू और कश्मीर में और अधिक भीषण शीतलहर का अनुमान जताया है। इस बीच, 22 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य में बढ़ती ठंड और उससे जुड़ी समस्याओं को देखते हुए अपने निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए।
मुख्यमंत्री ने जैसलमेर से श्रीनगर जाते समय एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया, "कश्मीर घाटी में कड़ाके की ठंड और उससे उत्पन्न हो रही समस्याओं के चलते, मैंने जम्मू में अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। अब मैं अगले सप्ताह श्रीनगर में रहकर बिजली विभाग और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के कामकाज की निगरानी करूंगा।" उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों और संगठनों के कार्यक्रम प्रभावित हुए हैं, वे उनसे जल्द ही भरपाई करेंगे।