6G की ओर कदम, 5G में बदलाव: भारत में 2030 तक नई डिजिटल क्रांति का आगाज़!

Edited By Mahima,Updated: 27 Nov, 2024 10:02 AM

steps towards 6g changes in 5g new digital revolution

Ericsson ने हाल ही में 6G के बारे में बड़ा अपडेट जारी किया, जिसमें बताया गया कि 2030 तक भारत सहित अन्य प्रमुख देशों में 6G लॉन्च हो सकता है। फिलहाल, 5G SA और 5G एडवांस्ड तकनीक से नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है। 5G एडवांस्ड से डेटा स्पीड और...

नेशनल डेस्क: टेलीकॉम इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनी Ericsson ने हाल ही में 6G टेक्नोलॉजी को लेकर एक बड़ा अपडेट जारी किया है। कंपनी के मुताबिक, दुनिया फिलहाल 5G SA (स्टैंडअलोन) और 5G एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के दौर में प्रवेश कर रही है। इसके बाद 6G तकनीक टेलीकॉम सेक्टर में कई बड़े बदलाव लेकर आएगी, जो नेटवर्क को पूरी तरह से बदलकर रख देंगे। इस रिपोर्ट में खासतौर पर यह भी बताया गया है कि भारत में 6G का लॉन्च कब हो सकता है और 5G नेटवर्क में क्या बड़े बदलाव होने वाले हैं।

भारत में 6G का लॉन्च कब होगा?
Ericsson की रिपोर्ट के अनुसार, भारत समेत दुनिया के कई प्रमुख देशों में 6G टेक्नोलॉजी की तैयारियां पहले से ही शुरू हो चुकी हैं। कंपनी का मानना है कि 6G 2030 के आसपास लॉन्च हो सकता है। भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, चीन और अमेरिका जैसे देशों में इस नई तकनीक के लिए शोध और परीक्षण लगातार जारी हैं। फिलहाल, दुनिया भर में 5G नेटवर्क का विस्तार हो रहा है, लेकिन 6G के आने के बाद टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक नई क्रांति देखने को मिलेगी। Ericsson के मुताबिक, वर्तमान में दुनिया के 320 से ज्यादा टेलीकॉम ऑपरेटर्स 5G SA नेटवर्क की कमर्शियल सर्विस दे रहे हैं, लेकिन यह सिर्फ 20% क्षेत्र को ही कवर कर रहा है। अगले कुछ सालों में इस आंकड़े के 60% तक पहुंचने की संभावना है। यानी 2030 तक 5G का नेटवर्क दुनिया भर में और ज्यादा फैल जाएगा, और 6G की तकनीक को भी अपनाया जाएगा।

Jio का 5G नेटवर्क: क्या है खास?
भारत में 5G नेटवर्क का विस्तार पिछले कुछ समय में बहुत तेज़ी से हुआ है। Airtel और जियो जैसी कंपनियों ने देश के लगभग सभी जिलों में 5G सर्विस को शुरू कर दिया है। लेकिन दोनों कंपनियां 5G नेटवर्क को अलग-अलग तकनीकों के साथ पेश कर रही हैं।
- Airtel : Airtel का 5G नेटवर्क NSA (नॉन-स्टैंडअलोन) आधारित है, जिसका मतलब है कि यह नेटवर्क मौजूदा 4G इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करता है। यह एक प्रकार का टेम्परेरी समाधान है, जिसे अभी कुछ सालों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।  
- Jio : दूसरी तरफ, Jio का 5G SA (स्टैंडअलोन) नेटवर्क पूरी तरह से नए इंफ्रास्ट्रक्चर पर आधारित है, जो ज्यादा स्थिर और एडवांस है। Jio का नेटवर्क ज्यादा तेज़ और बेहतर अनुभव प्रदान करता है।

5G एडवांस्ड: अगले स्तर का नेटवर्क
Ericsson ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि 5G एडवांस्ड टेलीकॉम नेटवर्क के लिए एक गेम चेंजर साबित हो सकता है। इस तकनीक के जरिए उच्च क्षमता (high capacity) और बेहतर यूजर अनुभव (user experience) मिलने की संभावना है। जैसे-जैसे 5G एडवांस्ड नेटवर्क को रोल आउट किया जाएगा, फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) के जरिए मोबाइल डेटा ट्रैफिक अब तीन गुना तक बढ़ सकता है। इस बदलाव से डेटा की स्पीड और गुणवत्ता में भी सुधार होगा, जो उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव देगा। 5G एडवांस्ड के आने से, स्मार्टफोन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), ऑटोनोमस व्हीकल्स, और कई अन्य क्षेत्रों में भारी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। यह नई तकनीक मोबाइल डेटा ट्रैफिक को पहले से ज्यादा तेज और कुशल बनाएगी।

भारत में डेटा खपत में सबसे आगे
आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि भारत पहले से ही मोबाइल डेटा खपत में दुनिया में सबसे आगे है। देश में तेजी से बढ़ती इंटरनेट उपयोगकर्ता संख्या और डेटा की बढ़ती खपत इसे साबित करती है। भारत में 5G नेटवर्क के आने के बाद, यह डेटा खपत और भी ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है। 5G एडवांस्ड के बाद, यह आंकड़ा और भी तेजी से बढ़ सकता है, जिससे भारत को और भी बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

6G का भविष्य
जब 6G नेटवर्क लॉन्च होगा, तो यह इंटरनेट कनेक्टिविटी के कई पहलुओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। 6G के आने से इंटरनेट स्पीड और कनेक्टिविटी में इतना सुधार होगा कि यह आज के 5G और 4G नेटवर्क के मुकाबले कहीं ज्यादा तेज और प्रभावी होगा। 6G नेटवर्क में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML), और हाइपर-कनेक्टिविटी जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा, जो न केवल इंटरनेट स्पीड को बढ़ाएगा, बल्कि नए उपयोगकर्ताओं के लिए भी यह अधिक सक्षम और प्रभावी साबित होगा। भारत में 6G नेटवर्क की शुरुआत होने के बाद, यह देश में स्मार्ट सिटीज, स्वचालित वाहन, और डिजिटल हेल्थकेयर जैसी तकनीकी प्रगति को भी बढ़ावा देगा। इसके साथ ही, शिक्षा, कृषि, और उद्योगों में भी 6G तकनीक से कई नये अवसर उत्पन्न होंगे। भारत में 6G तकनीक का लॉन्च 2030 के आस-पास होने की संभावना है, और इसकी तैयारियां पहले से शुरू हो चुकी हैं। 5G नेटवर्क के विस्तार और 5G एडवांस्ड तकनीक के साथ, देश में डिजिटल दुनिया में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। उम्मीद की जा रही है कि 6G नेटवर्क के आने से भारत और दुनिया भर में इंटरनेट की स्पीड, कनेक्टिविटी, और यूजर अनुभव में काफी सुधार होगा। 

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