Edited By Anu Malhotra,Updated: 13 Jan, 2025 10:56 AM
भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत आज बेहद कमजोर रही। BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी दोनों में गिरावट दर्ज की गई। पिछले कारोबारी दिन (शुक्रवार) की गिरावट के बाद आज भी बाजार लाल निशान में है। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स में 500 अंकों और निफ्टी में 150 अंकों से...
नेशनल डेस्क: भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत आज बेहद कमजोर रही। BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी दोनों में गिरावट दर्ज की गई। पिछले कारोबारी दिन (शुक्रवार) की गिरावट के बाद आज भी बाजार लाल निशान में है। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स में 500 अंकों और निफ्टी में 150 अंकों से अधिक की गिरावट देखी गई।
वैश्विक संकेतों का असर
बाजार में यह कमजोरी वैश्विक स्तर से मिले संकेतों के कारण आई है। अमेरिकी बाजारों में भी कल गिरावट देखी गई, जहां Nasdaq 1.63% की गिरावट के साथ बंद हुआ। Dow Jones और S&P इंडेक्स में भी कमजोरी रही। इसके अलावा, निवेशक अमेरिका में 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण से जुड़ी नीतियों को लेकर सतर्क हैं, जिससे बाजार पर दबाव बना हुआ है।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली का दबाव
भारतीय बाजार पर विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली का भी असर हो रहा है। शुक्रवार को भी FIIs ने बाजार से पैसा निकाला। पिछले साल के आखिरी महीनों से ही FIIs लगातार बिकवाली कर रहे हैं, जिससे बाजार कमजोर बना हुआ है।
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें
ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतों में लगातार तेजी से भी बाजार का मूड खराब हुआ है। बीते 5 दिनों में कच्चे तेल के दामों में 6.59% की बढ़ोतरी हुई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कच्चे तेल की कीमतें इसी तरह बढ़ती रहीं, तो बाजार पर दबाव और बढ़ सकता है।
विश्लेषकों का मानना है कि वैश्विक संकेत और घरेलू बाजार की चुनौतियां फिलहाल बाजार में अस्थिरता बनाए रखेंगी। निवेशकों को सतर्क रहने और दीर्घकालिक रणनीति पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।