Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 17 Feb, 2025 03:46 PM
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हाल ही में अमेरिका ने 228 भारतीयों को अवैध तरीके से देश में घुसने के आरोप में वापस भेजा है। इन भारतीयों में कई ऐसे हैं, जिनका जीवन बेहतर बनाने का सपना टूटा है। जीवन की कठिनाईयों और धोखाधड़ी के कारण इन लोगों को न केवल मानसिक और शारीरिक रूप से कष्ट...
नेशनल डेस्क: हाल ही में अमेरिका ने 228 भारतीयों को अवैध तरीके से देश में घुसने के आरोप में वापस भेजा है। इन भारतीयों में कई ऐसे हैं, जिनका जीवन बेहतर बनाने का सपना टूटा है। जीवन की कठिनाईयों और धोखाधड़ी के कारण इन लोगों को न केवल मानसिक और शारीरिक रूप से कष्ट झेलने पड़े, बल्कि उन्होंने अपने घर, ज़मीन और पैसे भी खो दिए। आइए, जानते हैं उन भारतीयों की दर्दनाक कहानी, जिन्होंने अमेरिका जाने की ख्वाहिश में अपार संघर्ष और धोखाधड़ी का सामना किया।
35 लाख रुपये देने के बाद भी 220 दिन की कठिन यात्रा
रवि, जो हरियाणा के जींद का निवासी है, ने अमेरिका जाने के लिए 35 लाख रुपये दिए थे। इसमें से 6 लाख रुपये उसके परिवार ने चुकाए थे। रवि को यह विश्वास था कि एजेंट द्वारा वादा किए गए वीजा और यात्रा के बाद उसे बेहतर जीवन मिलेगा। लेकिन, उसे पनामा के जंगलों में भूखा रखा गया और कथित रूप से बंधक बना लिया गया। करीब 220 दिनों तक उसने दुबई, पनामा और कई देशों में कठिनाईयों का सामना किया। आखिरकार, उसने दीवार कूद कर अमेरिका पहुंचने की कोशिश की, लेकिन उसे पकड़ लिया गया और वापस भारत भेज दिया गया।
जंगलों में भूख और यातनाएं
रवि के भाई अमित के मुताबिक, एजेंट ने वादा किया था कि उसे 29 लाख रुपये में अमेरिका भेजा जाएगा। लेकिन, एजेंट द्वारा धोखा दिए जाने के बाद रवि कई महीनों तक जंगलों में भूखा प्यासा रहा। पनामा के जंगलों में उसकी हालत अत्यंत खराब थी। इस बीच, परिवार ने खेत बेचकर और लोन लेकर एजेंट को पैसे दिए। लेकिन अंततः उन्हें सब कुछ खोना पड़ा। रवि का परिवार अब न्याय की उम्मीद में है।
पिता ने खेत बेचकर लोन लिया, लेकिन जीवन बर्बाद हो गया
हरियाणा के परमजीत सिंह उर्फ सौरव ने भी अमेरिका जाने के लिए अपने घर की दो एकड़ ज़मीन बेच दी और 45 लाख रुपये का लोन लिया। वह भी अवैध तरीके से अमेरिका जाने के लिए एक एजेंट को पैसे दे चुके थे। लेकिन जब वह अमेरिका जाने के रास्ते में थे, तो उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। पनामा के जंगलों में कई दिनों तक पैदल चलने के बाद वह अंततः गिरफ्तार हो गए। अब उनका सपना टूट चुका है और उनका परिवार भी पूरी तरह से टूट चुका है।
एजेंटों ने कृषि भूमि हड़प ली, परिवार खाली हाथ लौटा
कमलप्रीत कौर और उनके पति दलजीत सिंह की कहानी भी इसी प्रकार की है। दलजीत सिंह को अवैध रूप से अमेरिका भेजने के लिए उनका एजेंट उनसे 4.5 एकड़ ज़मीन ले गया, जिसकी कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये थी। दलजीत ने डंकी रूट से अमेरिका जाने का सपना देखा था, लेकिन वह अंततः मलेशिया, पनामा, और मैक्सिको में फंसा। उनकी मेहनत, पैसा और ज़मीन सब कुछ बर्बाद हो गया।
क्या कहती है पुलिस?
हालांकि पुलिस का दावा है कि उनके पास इस तरह की शिकायतें नहीं आई हैं, लेकिन यह वास्तविकता को छुपाता नहीं है। इन भारतीयों ने अपने कष्टों और धोखाधड़ी के बाद अब अपने अनुभव साझा किए हैं, ताकि दूसरे लोग इस प्रकार के धोखाधड़ी के शिकार न हों।