Edited By Tanuja,Updated: 12 Oct, 2024 05:05 PM
चीन (China) की आर्थिक रणनीति का भारतीय शेयर बाजार (Indian Share market) पर गंभीर असर पड़ने की आशंका एक बार फिर से...
International Desk: चीन (China) की आर्थिक रणनीति का भारतीय शेयर बाजार (Indian Share market) पर गंभीर असर पड़ने की आशंका एक बार फिर से जताई जा रही है। ब्लूमबर्ग (Bloomberg)की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, चीन सरकार अगले सप्ताह 283 अरब डॉलर (करीब 24 लाख करोड़ रुपए) का राहत पैकेज जारी कर सकती है। इस पैकेज का उद्देश्य चीन की धीमी अर्थव्यवस्था को रफ्तार देना है, लेकिन इसका भारतीय निवेशकों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। सितंबर में चीन ने इसी तरह का 12 लाख करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी किया था, जिसके बाद शंघाई स्टॉक एक्सचेंज में तेज़ी आई थी, लेकिन भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर शुरू हो गया था।
भारतीय निवेशकों को करीब 16 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा था। विश्लेषकों का मानना है कि यदि इस बार चीन एक बड़ा पैकेज जारी करता है, तो विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से और पैसा निकालकर चीन में निवेश कर सकते हैं। इकनॉमिक्स के प्रोफेसर पुशन दत्त के अनुसार, चीन का उद्देश्य इस बार रियल एस्टेट सेक्टर की बजाय घरेलू स्तर पर राहत प्रदान करना है, ताकि इसके दीर्घकालिक लाभ मिल सकें। यह पैकेज कोरोना महामारी के बाद चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
पिछले सप्ताह के आंकड़ों से पता चलता है कि चीन के राहत पैकेज के बाद विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसा निकालने लगे थे, जिससे भारतीय बाजार में गिरावट आई थी। अक्टूबर की शुरुआत से अब तक 20,000 करोड़ रुपये भारतीय शेयर बाजार से निकाले जा चुके हैं। अगर चीन के पैकेज के बाद विदेशी निवेशकों की निकासी फिर शुरू होती है, तो अगले सप्ताह भी भारतीय बाजार में गिरावट का सामना करना पड़ सकता है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि चीन अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए बड़े कदम उठा रहा है, जिसका सीधा असर वैश्विक बाजारों पर भी दिखाई देगा।