Edited By Radhika,Updated: 20 Jun, 2024 01:02 PM
भारत में ज्येष्ठ पूर्णिमा जून में हर साल आती है। अमरीका समेत कई देशों में इसे 'स्ट्रॉबेरी मून' नाम से जाना जाता है। अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस बार 21 जून से 'स्ट्रॉबेरी मून' विशेष होगा।
नेशनल डेस्क: भारत में ज्येष्ठ पूर्णिमा जून में हर साल आती है। अमरीका समेत कई देशों में इसे 'स्ट्रॉबेरी मून' नाम से जाना जाता है। अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस बार 21 जून से 'स्ट्रॉबेरी मून' विशेष होगा। इस दौरान चांद आसमान में काफी नीचे नजर आएगा। ऐसा खगोलीय नजारा 19- 20 साल के अंतराल में देखने को मिलता है।
लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में स्ट्रॉबेरी मून की शुरुआत 21 जून की सुबह छह बजे होगी, लेकिन चांद नजर नहीं आएगा क्योंकि गर्मियों में सूर्योदय जल्दी हो जाता है। इसे 21 जून की रात साफ देखा जा सकेगा।
और भी है नाम...
'स्ट्रॉबेरी मून' को हनी मून व रोज मून भी कहा जाता है। स्ट्रॉबेरी मून नाम अमरीका की जनजातियों ने दिया था, क्योंकि इसी सीजन में स्ट्रॉबेरी पकने लगती हैं। इस दौरान कई देशों में मधुमक्खियों के छत्ते शहद से भर जाते हैं। वहां ज्येष्ठ पूर्णिमा हनी मून हो जाती है। स्ट्रॉबेरी मून के बाद की पूर्णिमा को बक मून कहा जाता है।