Edited By Rahul Rana,Updated: 04 Dec, 2024 09:23 AM
मथुरा डिपो से निकलने वाली रोडवेज बसों के संचालन में सुधार और आय बढ़ाने के लिए निगम अधिकारियों ने सख्त कदम उठाए हैं। अब मथुरा डिपो की बसों को बड़े रूटों पर कम से कम 400 किलोमीटर और छोटे रूटों पर 270 किलोमीटर प्रतिदिन चलानी होगी। यदि चालक ने इन नियमों...
नॅशनल डेस्क। मथुरा डिपो से निकलने वाली रोडवेज बसों के संचालन में सुधार और आय बढ़ाने के लिए निगम अधिकारियों ने सख्त कदम उठाए हैं। अब मथुरा डिपो की बसों को बड़े रूटों पर कम से कम 400 किलोमीटर और छोटे रूटों पर 270 किलोमीटर प्रतिदिन चलानी होगी। यदि चालक ने इन नियमों का पालन नहीं किया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
नए नियमों का उद्देश्य:
निगम के अधिकारियों ने बताया कि इस बदलाव का उद्देश्य रोडवेज निगम की आय को बढ़ाना और संचालन में सुधार करना है। वर्तमान में मथुरा डिपो की आय 20 लाख रुपये प्रतिदिन हो रही है जबकि लक्ष्य 22.50 लाख रुपये प्रतिदिन का है इसीलिए आय बढ़ाने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
क्या बदलाव किए गए हैं?
- बड़े रूटों पर 400 किलोमीटर और छोटे रूटों पर 270 किलोमीटर प्रतिदिन बसों को चलाना होगा।
- चालक और परिचालक की जिम्मेदारी: यदि बसें इन निर्धारित किलोमीटर से कम चलती हैं, तो चालक और परिचालक दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
- एवरेज दूरी: अब रोडवेज के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रत्येक बस औसतन तय की गई दूरी पर चले।
- यात्री और टिकट की जांच: यदि किसी बस में बिना टिकट यात्री पाए जाते हैं तो परिचालक पर भी कड़ी कार्रवाई होगी और उसे निलंबित किया जा सकता है।
पूर्व में क्या स्थिति थी?
पहले रोडवेज की बसें 230 से 310 किलोमीटर के बीच चलती थीं और कई बार इससे भी कम। अब यात्रियों को अधिक सुविधाएं देने और डिपो की आय बढ़ाने के लिए अधिकारियों ने यह कदम उठाया है।
चालकों की मुसीबत बढ़ी:
अब इन नए नियमों के तहत रोडवेज चालकों की जिम्मेदारी बढ़ गई है क्योंकि उन्हें ज्यादा समय तक स्टेरिंग संभालना होगा और अधिक किलोमीटर तक बस चलानी होगी। इसके साथ ही बसों में यात्रियों की संख्या और टिकट बिक्री पर भी ध्यान दिया जाएगा।
आखिरकार क्या होगा?
इस कदम से जहां रोडवेज निगम की आय में बढ़ोतरी की उम्मीद है वहीं चालकों और परिचालकों पर सख्ती से काम करना होगा। अधिकारियों ने कहा कि यह कदम रोडवेज सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लिया गया है और आय में सुधार लाने के लिए यह जरूरी था।
यह नया नियम रोडवेज कर्मचारियों की कार्यशैली को सुधारने और निगम की वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।