Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 14 Mar, 2025 12:16 PM
होली के दिन को भारत के सुदूर उत्तरी इलाकों में भूकंप के झटके महसूस हुए। इस दिन लद्दाख के कारगिल क्षेत्र और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में रात के समय भूकंप आया। इसके बाद, कुछ समय बाद पूर्वोत्तर भारत में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए।
नेशनल डेस्क: होली के दिन को भारत के सुदूर उत्तरी इलाकों में भूकंप के झटके महसूस हुए। इस दिन लद्दाख के कारगिल क्षेत्र और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में रात के समय भूकंप आया। इसके बाद, कुछ समय बाद पूर्वोत्तर भारत में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप ने लोगों को चौंका दिया, और सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इस घटना के बारे में अपनी आपबीती भी शेयर की। सुबह 2:50 बजे, लद्दाख के कारगिल क्षेत्र में 5.2 तीव्रता का भूकंप आया। यह भूकंप इतना तेज था कि लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में इसके झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र 15 किलोमीटर गहराई में था। इस भूकंप के बाद, जम्मू और श्रीनगर जैसे शहरों से भी सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे महसूस करने की जानकारी दी। कुछ यूजर्स ने बताया कि वे भूकंप के बाद डरे हुए थे और उनके घरों में हलचल महसूस हुई।
अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके
लद्दाख में आए भूकंप के तीन घंटे बाद, अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग इलाके में भी भूकंप के झटके महसूस हुए। सुबह 6 बजे, यहां 4.0 तीव्रता का भूकंप आया, हालांकि इस बार यह भूकंप ज्यादा शक्तिशाली नहीं था। फिर भी, स्थानीय लोगों में डर और चिंता का माहौल बना रहा। इस घटना के बाद, प्रशासन ने भूकंप से प्रभावित इलाकों में राहत कार्य शुरू कर दिए।
टेक्टोनिक रूप से सक्रिय हिमालय क्षेत्र
लद्दाख, जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश जैसे इलाके भूकंपीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र माने जाते हैं। ये इलाकें टेक्टोनिक रूप से सक्रिय हिमालय क्षेत्र में स्थित हैं, और इसलिए यहां भूकंपों का आना आम बात है। विशेष रूप से, लद्दाख और लेह जैसे इलाके भूकंपीय क्षेत्र-IV में आते हैं, जो भूकंप के लिहाज से ज्यादा जोखिम वाले होते हैं। भारत में भूकंप के जोखिम को लेकर क्षेत्रीय भौगोलिक अध्ययन किए गए हैं, जिसके आधार पर देश को चार भूकंपीय जोनों में बांटा गया है। जोन-V सबसे ज्यादा भूकंपीय संवेदनशील है, वहीं जोन-II सबसे कम संवेदनशील माना जाता है। लद्दाख और जम्मू-कश्मीर इन उच्च जोखिम वाले इलाकों में आते हैं।
सोशल मीडिया पर उभरी लोग की चिंताएं
लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में भूकंप के बाद, स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी चिंता जताई। कई यूजर्स ने बताया कि वे अपने घरों में सो रहे थे जब भूकंप के झटके महसूस हुए। कुछ ने तो यह भी कहा कि भूकंप के दौरान उनके घरों की दीवारें भी हिलने लगीं। हालांकि, शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, भूकंप से किसी बड़े जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।