Edited By Parminder Kaur,Updated: 30 Mar, 2025 03:14 PM

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के केलॉग कॉलेज में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जमकर विरोध किया गया, जब ममता बनर्जी 'सामाजिक विकास, बालिका और महिला सशक्तिकरण' विषय पर भाषण दे रही थीं, तब कुछ लोगों ने उनके भाषण को बीच में रोककर नारेबाजी शुरू कर...
नेशनल डेस्क. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के केलॉग कॉलेज में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जमकर विरोध किया गया, जब ममता बनर्जी 'सामाजिक विकास, बालिका और महिला सशक्तिकरण' विषय पर भाषण दे रही थीं, तब कुछ लोगों ने उनके भाषण को बीच में रोककर नारेबाजी शुरू कर दी और पोस्टर दिखाए। यह विरोध प्रदर्शन राज्य में हुई चुनावी हिंसा और आरजी कर कॉलेज में हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर था।
प्रदर्शनकारियों ने '2023 टीएमसी द्वारा कराई गई चुनावी हिंसा' जैसे नारों वाले पोस्टर दिखाए और बंगाल में टाटा ग्रुप के उद्योग छोड़ने के मुद्दे पर भी सवाल उठाए। ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारियों को जवाब देते हुए कहा कि टाटा अब खड़गपुर और राजारहाट में नए उद्योग स्थापित कर रहे हैं, जब प्रदर्शनकारियों ने आरजी कर कॉलेज मामले पर सवाल उठाए, तो ममता ने कहा कि यह मामला कोर्ट में है और इसकी जांच केंद्र सरकार की एजेंसी कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शनकारियों से यह भी कहा, "कृपया राजनीति ना करें।" इस दौरान पूर्व भारतीय क्रिकेटर सौरव गांगुली भी दर्शकों में मौजूद थे। विरोध प्रदर्शन की जिम्मेदारी स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया-यूके (SFI-UK) ने ली।
भाजपा और कांग्रेस ने किया विरोध
ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए भाजपा प्रवक्ता सजल घोष ने कहा कि ममता को एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए था। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, "ममता बनर्जी को भारत के दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से परेशानी है।" उन्होंने ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल के लिए 'कलंक' करार दिया। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने छात्रों द्वारा ममता के भाषण के दौरान विरोध करने की निंदा की और इसे गलत बताया।