Edited By Anu Malhotra,Updated: 19 Nov, 2024 08:56 AM
गुजरात के धारपुर पाटन स्थित GMERS मेडिकल कॉलेज में first year के छात्र अनिल मेथानिया की कथित तौर पर रैगिंग के दौरान मौत हो गई। आरोप है कि third year के छात्रों ने 18 वर्षीय अनिल को तीन घंटे तक लगातार खड़ा रहने के लिए मजबूर किया, जिससे उनकी हालत...
नेशनल डेस्क: गुजरात के धारपुर पाटन स्थित GMERS मेडिकल कॉलेज में first year के छात्र अनिल मेथानिया की कथित तौर पर रैगिंग के दौरान मौत हो गई। आरोप है कि third year के छात्रों ने 18 वर्षीय अनिल को तीन घंटे तक लगातार खड़ा रहने के लिए मजबूर किया, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
अनिल मेथानिया, सुरेंद्रनगर जिले के निवासी, कॉलेज के हॉस्टल में रहते थे। शिकायत के अनुसार, वरिष्ठ छात्रों ने उन्हें ‘इंट्रोडक्शन’ के नाम पर परेशान किया और घंटों खड़ा रहने के लिए मजबूर किया। इस प्रक्रिया के दौरान अनिल बेहोश होकर गिर पड़े। कॉलेज प्रशासन ने उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
परिवार का दर्द
मृतक के चचेरे भाई धर्मेंद्र ने बताया, “हमें कॉलेज से फोन आया कि अनिल की तबीयत खराब हो गई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जब हम पहुंचे, तो हमें पता चला कि यह रैगिंग का मामला था। हम दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और न्याय की मांग करते हैं।”
GMERS मेडिकल कॉलेज के डीन, हार्दिक शाह ने कहा, “घटना की जानकारी मिलते ही हमने छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया और पुलिस को सूचित किया। रैगिंग के आरोपों को गंभीरता से लिया गया है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस की कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी केके पंड्या ने बताया कि छात्र के पिता की शिकायत पर दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है। रैगिंग के एंगल की जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
15 छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज
पीड़ित के बयान और शुरुआती जांच के आधार पर 15 वरिष्ठ छात्रों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पुलिस और कॉलेज प्रशासन ने घटना की विस्तृत जानकारी मांगी है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।