Edited By Mahima,Updated: 03 Dec, 2024 11:47 AM
झारखंड सरकार ने गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना में बदलाव किया है, जिससे अब पहले से लोन लेने वाले छात्र भी इसका लाभ उठा सकते हैं। इस योजना में छात्रों को 15 लाख रुपये तक का लोन 4% ब्याज दर पर मिलेगा, और 4 लाख रुपये तक का लोन बिना ब्याज के दिया जाएगा।...
नेशनल डेस्क: झारखंड सरकार ने गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना में अहम बदलाव किया है, जिससे राज्य के गरीब छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में और सहूलियत मिलेगी। अब तक, जिन छात्रों ने पहले से बैंक से लोन लिया था, उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था, लेकिन अब राज्य सरकार ने इस नियम में संशोधन किया है। अब ऐसे छात्र भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे, बशर्ते उन्हें अपना पुराना लोन बैंक से बंद कराना होगा और बैंक से एनओसी (No Objection Certificate) प्राप्त करनी होगी।
क्या है गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना?
गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत झारखंड सरकार गरीब छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए 15 लाख रुपये तक का लोन कम ब्याज दर पर प्रदान करती है। पहले, यह शर्त थी कि यदि छात्र ने पहले से लोन लिया है, तो वह इस योजना का लाभ नहीं ले सकता। लेकिन अब इस बदलाव से लाखों छात्रों को राहत मिलेगी। इस योजना के तहत छात्रों को 4% ब्याज दर पर लोन मिलेगा और चुकाने के लिए उन्हें 15 साल तक का समय मिलेगा। इसके अलावा, 4 लाख रुपये तक का लोन बिना किसी ब्याज के दिया जाएगा।
आवेदन करने के लाभ
गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें छात्रों से किसी भी प्रकार की संपत्ति गिरवी नहीं रखवाई जाती। आमतौर पर बैंक लोन देने से पहले संपत्ति गिरवी रखने की शर्त रखते हैं, लेकिन इस योजना के तहत छात्रों को इस दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ केवल आर्थिक रूप से कमजोर और झारखंड राज्य के स्थायी निवासी छात्रों को मिलेगा। इसके अलावा, डिप्लोमा धारक भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
कैसे करें आवेदन?
छात्रों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए आधिकारिक वेबसाइट [gscc.jharkhand.gov.in](http://gscc.jharkhand.gov.in)** पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद, सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करके आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह योजना राज्य के गरीब और जरूरतमंद छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है, ताकि वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें और बेहतर भविष्य बना सकें।