Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Aug, 2024 07:30 AM
अब ट्रेन यात्रियों के लिए शुगर-फ्री और जैन भोजन का विकल्प भी उपलब्ध होगा। रेलवे बोर्ड ने रिजर्वेशन फॉर्म में इन दोनों विकल्पों को शामिल करने के निर्देश दिए हैं। जैन समुदाय के लोगों को अक्सर लंबी दूरी की ट्रेनों में सात्विक भोजन नहीं मिल पाता, जो...
नेशनल डेस्क: अब ट्रेन यात्रियों के लिए शुगर-फ्री और जैन भोजन का विकल्प भी उपलब्ध होगा। रेलवे बोर्ड ने रिजर्वेशन फॉर्म में इन दोनों विकल्पों को शामिल करने के निर्देश दिए हैं। जैन समुदाय के लोगों को अक्सर लंबी दूरी की ट्रेनों में सात्विक भोजन नहीं मिल पाता, जो उनके लिए एक बड़ी समस्या रही है। जैन धर्म के अनुयायी सूर्यास्त से पहले भोजन करना पसंद करते हैं और उनके भोजन में लहसुन-प्याज जैसी चीजें वर्जित होती हैं। इसी तरह, डायबिटीज से पीड़ित यात्रियों के लिए समय पर विशेष भोजन प्राप्त करना मुश्किल होता है, जो उनकी सेहत के लिए जरूरी है।
इन दोनों समस्याओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड ने अब जैन मील और डायबिटिक मील के विकल्प ट्रेन यात्रियों के लिए उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं। रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर (पैसेंजर मार्केटिंग) संजय मनोचा ने सभी जोनल कार्यालयों को इस संबंध में आदेश दिए हैं, और जल्द ही यह सुविधा यात्रियों को मिलने लगेगी। एक सर्वे के अनुसार, भारत में करीब 10 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं और लगभग 42 लाख लोग जैन धर्म के अनुयायी हैं। इन यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे द्वारा यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।