Edited By Parminder Kaur,Updated: 17 Mar, 2025 05:43 PM

सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष यात्रा न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि उन्होंने अपने समर्पण और कठिन मेहनत से दुनिया भर में एक मिसाल पेश की है। उनका जन्म 19 सितंबर 1965 को ओहियो, अमेरिका में हुआ था। वे भारतीय मूल की हैं और नासा में किए गए उनके योगदान के लिए...
नेशनल डेस्क. सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष यात्रा न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि उन्होंने अपने समर्पण और कठिन मेहनत से दुनिया भर में एक मिसाल पेश की है। उनका जन्म 19 सितंबर 1965 को ओहियो, अमेरिका में हुआ था। वे भारतीय मूल की हैं और नासा में किए गए उनके योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है। सुनीता ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर कई महत्वपूर्ण मिशनों में भाग लिया और अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने सांस्कृतिक वस्तुएं भेजने के अलावा कई रिकॉर्ड भी तोड़े हैं। उनकी मेहनत और सफलता ने उन्हें युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बना दिया है, खासकर उन लोगों के लिए जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं।
सुनीता विलियम्स की शिक्षा और शुरुआती जीवन
सुनीता विलियम्स का जन्म ओहियो के यूक्लिड शहर में डॉ. दीपक और बोनी पांड्या के घर हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा 1983 में मैसाचुसेट्स के नीधम हाई स्कूल से पूरी की। इसके बाद सुनीता ने 1987 में यूनाइटेड स्टेट्स नेवल एकेडमी से फिजिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने 1995 में फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की।
अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत
सुनीता विलियम्स की पहली अंतरिक्ष यात्रा 9 दिसंबर 2006 को हुई थी, और यह अभियान 22 जून 2007 तक चला। इस यात्रा में सुनीता ने फ्लाइट इंजीनियर के रूप में काम किया और नासा के अनुसार, उन्होंने 29 घंटे और 17 मिनट की कुल चार स्पेसवॉक की, जो कि महिलाओं के लिए एक नया विश्व रिकॉर्ड था।
दूसरी अंतरिक्ष यात्रा
सुनीता विलियम्स की दूसरी अंतरिक्ष यात्रा 14 जुलाई 2012 को शुरू हुई और 18 नवंबर 2012 को खत्म हुई। इस मिशन में उन्होंने 127 दिन अंतरिक्ष में बिताए और अंतरिक्ष में अनुसंधान और अन्वेषण की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई। इस दौरान वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर परिक्रमा प्रयोगशाला में मौजूद थीं।
सुनीता विलियम्स वर्तमान में क्यों चर्चा में हैं?
सुनीता विलियम्स इस समय चर्चा में हैं क्योंकि वह और उनके साथी बुच विल्मोर जून 2023 से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंसे हुए हैं। हालांकि, अब दोनों अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर लौटने के लिए तैयार हैं। नासा और स्पेसएक्स ने क्रू-10 मिशन लॉन्च किया है, जो उन्हें वापस धरती पर लाने के लिए भेजा गया है। उम्मीद की जा रही है कि इस सप्ताह वे धरती पर लौट सकते हैं। सुनीता विलियम्स की यह यात्रा और उनके द्वारा किए गए काम अंतरिक्ष विज्ञान में एक महत्वपूर्ण योगदान है और उन्होंने साबित किया है कि कठिनाइयों को पार कर बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है।