Edited By Rohini Oberoi,Updated: 17 Mar, 2025 08:57 AM
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर जल्द ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से धरती पर लौटेंगे। उनकी वापसी 19 मार्च को होने वाली है। दोनों को सिर्फ 8 दिन के मिशन पर भेजा गया था लेकिन तकनीकी खराबी के चलते...
नेशनल डेस्क। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर जल्द ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से धरती पर लौटेंगे। उनकी वापसी 19 मार्च को होने वाली है। दोनों को सिर्फ 8 दिन के मिशन पर भेजा गया था लेकिन तकनीकी खराबी के चलते वे 9 महीने तक अंतरिक्ष में फंसे रहे।
SpaceX का रॉकेट हुआ लॉन्च
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार 15 मार्च को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने SpaceX के फॉल्कन 9 रॉकेट को लॉन्च कर दिया। यह लॉन्च भारतीय समयानुसार सुबह 4:30 बजे फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से किया गया।
इस रॉकेट में क्रू ड्रैगन कैप्सूल से जुड़ी चार सदस्यीय क्रू-10 टीम ISS के लिए रवाना हुई। इस नए दल में—
NASA की ऐनी मैकक्लेन और निकोल अयर्स, JAXA (जापानी स्पेस एजेंसी) के टकुया ओनिशी और रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस के किरिल पेस्कोव शामिल हैं। क्रू-10 टीम अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचकर वहां मौजूद सुनीता विलियम्स, बुच विलमोर और क्रू-9 टीम के दो अन्य सदस्यों की जगह लेगी।
19 मार्च को ISS से लौटेगी पुरानी टीम
SpaceX का क्रू-10 स्पेसक्राफ्ट 15 मार्च को ISS पर पहुंचेगा और कुछ दिनों तक एडजस्टमेंट के बाद संचालन संभालेगा। इसके बाद क्रू-9 टीम यानी सुनीता विलियम्स और उनके साथी किसी भी समय पृथ्वी की ओर लौटेंगे।
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बोइंग स्टारलाइनर की खराबी ने बढ़ाई मुश्किलें
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर को NASA और बोइंग के जॉइंट 'क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन' के तहत ISS भेजा गया था। वे बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में गए थे जिसमें 8 दिन का मिशन तय था लेकिन तकनीकी खराबी के कारण स्पेसक्राफ्ट की वापसी में दिक्कतें आईं और वे 9 महीने तक वहीं फंसे रहे। हालांकि बाद में स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट खाली पृथ्वी पर लौट आया लेकिन इसमें कोई बड़ी अतिरिक्त समस्या नहीं हुई।
क्या थी स्पेसक्राफ्ट की खराबी?
मिशन के दौरान स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में हीलियम गैस का रिसाव होने लगा। हीलियम गैस स्पेसक्राफ्ट के थ्रस्टर्स (रॉकेट की दिशा और गति बदलने वाले सिस्टम) को ऑपरेट करने के लिए जरूरी होती है।
➤ 25 दिनों में 5 बार हीलियम लीक हुआ।
➤ 5 थ्रस्टर्स ने काम करना बंद कर दिया।
➤ एक प्रॉपेलेंट वॉल्व पूरी तरह बंद नहीं हो पाया।
इन दिक्कतों को NASA और ISS में मौजूद क्रू मिलकर भी ठीक नहीं कर पाए जिससे मिशन की वापसी में देरी हुई।
इलॉन मस्क की SpaceX कर रही बचाव का काम
जब बोइंग का स्टारलाइनर फेल हो गया तब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस मिशन की जिम्मेदारी स्पेस एक्स के CEO इलॉन मस्क को सौंप दी।
ट्रम्प ने जनवरी में सोशल मीडिया पर लिखा—
"मैंने मस्क से कहा है कि वे उन दो बहादुर अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाएं जिन्हें बाइडेन प्रशासन ने वहां छोड़ दिया है। वे महीनों से इंतजार कर रहे हैं।"
मस्क ने जवाब दिया—
"हम इसे जल्द पूरा करेंगे।"
स्पेसक्राफ्ट उड़ाने वाली पहली महिला बनीं सुनीता
सुनीता विलियम्स इस मिशन में स्पेसक्राफ्ट की पायलट थीं जबकि बुच विलमोर मिशन कमांडर थे। वे पहले ऐसे अंतरिक्ष यात्री बने जिन्होंने एटलस-V रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष यात्रा की। इस मिशन में उन्हें स्पेसक्राफ्ट को मैन्युअली उड़ाने का भी मौका मिला।
अब क्या होगा?
➤ क्रू-10 टीम ISS पर जाकर रिसर्च और नए प्रयोग करेगी।
➤ क्रू-9 टीम यानी सुनीता और उनके साथी 19 मार्च के बाद किसी भी समय पृथ्वी पर लौटेंगे।
➤ SpaceX अब उनके लिए सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करेगा।