Edited By Mahima,Updated: 05 Nov, 2024 02:40 PM
2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला है। भारतीय अमेरिकी समुदाय, जो लगभग 52 लाख का है, इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। सर्वेक्षणों के अनुसार, 60% भारतीय...
नेशनल डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 का मुकाबला इस बार डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार और मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच है। हालांकि चुनाव में कई मुद्दे महत्वपूर्ण होंगे, लेकिन भारतीय अमेरिकी समुदाय इस बार एक निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। अमेरिकी राजनीति में भारतीय अमेरिकी वोटर्स का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है, और आगामी चुनाव में उनका समर्थन किसे मिलता है, यह चुनाव के नतीजों को प्रभावित कर सकता है।
भारतीय अमेरिकी समुदाय की जनसंख्या और उनका प्रभाव
अमेरिका में भारतीय अमेरिकी समुदाय की संख्या लगभग 52 लाख है, जो अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा अप्रवासी समुदाय है। इस समुदाय के लोग विभिन्न पेशों में सक्रिय हैं, जिनमें टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, व्यापार और विज्ञान शामिल हैं। IAAS 2024 के सर्वे के अनुसार, भारतीय अमेरिकी वोटरों की संख्या 26 लाख के आसपास हो सकती है, जो कि इस समुदाय का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारतीय अमेरिकियों की औसत वार्षिक आय लगभग 153,000 डॉलर (लगभग 1.3 करोड़ रुपये) है, जो उन्हें आर्थिक दृष्टि से सशक्त बनाती है। इस वजह से उनके वोटों की अहमियत और बढ़ जाती है। भारतवंशी वोटरों की एक और विशेषता यह है कि वे अक्सर अपने घर की अर्थव्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल जैसे मुद्दों पर बहुत विचार करते हैं। ऐसे में यह समुदाय न सिर्फ चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकता है, बल्कि अमेरिका की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नीति पर भी असर डाल सकता है।
भारतीय अमेरिकियों का पार्टी समर्थन: क्या बदल रहा है?
सर्वेक्षणों से यह स्पष्ट हो रहा है कि भारतीय अमेरिकी समुदाय में डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन पिछले चुनावों के मुकाबले थोड़ा कम हुआ है। IAAS 2024 के अनुसार, भारतीय अमेरिकी समुदाय के 60 प्रतिशत लोग इस बार कमला हैरिस को वोट देने के पक्ष में हैं, जबकि 31 प्रतिशत भारतीय अमेरिकियों का समर्थन डोनाल्ड ट्रंप के प्रति हो सकता है। यह आंकड़ा पिछले चुनाव के मुकाबले एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है, जब 2020 में भारतीय अमेरिकी समुदाय का समर्थन जो बाइडेन के पक्ष में था। 2020 में 68 प्रतिशत भारतीय अमेरिकियों ने बाइडेन को वोट दिया था, जबकि ट्रंप को सिर्फ 22 प्रतिशत का समर्थन था। इसमें प्रमुख बात यह है कि भारतीय अमेरिकी समुदाय में अब डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन थोड़ा घटा है, जबकि रिपब्लिकन पार्टी के प्रति समर्थन बढ़ा है। 2020 में 15 प्रतिशत भारतीय अमेरिकियों ने रिपब्लिकन पार्टी को समर्थन दिया था, जो अब बढ़कर 21 प्रतिशत हो सकता है। यह बदलाव भारतीय अमेरिकी समुदाय में आ रहे राजनीतिक बदलावों और रिपब्लिकन पार्टी की ओर बढ़ते हुए आकर्षण को दर्शाता है।
स्विंग स्टेट्स में भारतीय अमेरिकी समुदाय का प्रभाव
अमेरिकी चुनाव में कुछ ऐसे राज्य होते हैं जिन्हें स्विंग स्टेट्स कहा जाता है। इन राज्यों में चुनाव परिणाम हर बार बदल सकते हैं, और यही राज्य चुनाव परिणामों पर निर्णायक प्रभाव डाल सकते हैं। भारतीय अमेरिकी समुदाय का प्रभाव इन स्विंग स्टेट्स में बहुत ज्यादा है। खासकर राज्यों जैसे एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवाडा, नॉर्थ कैरोलिना, पेंसिल्वेनिया, और विस्कॉन्सिन में भारतीय अमेरिकी समुदाय के मतदाताओं की संख्या काफी है। जॉर्जिया (अटलांटा), पेंसिल्वेनिया (फिलाडेल्फिया), नॉर्थ कैरोलिना (रैले) और मिशिगन (डेट्रोइट) जैसे प्रमुख मेट्रोपॉलिटन क्षेत्रों में भारतीय अमेरिकी समुदाय की उपस्थिति बहुत प्रभावशाली है। ये इलाके उन राज्यों में आते हैं, जिनके चुनाव परिणाम सीधे तौर पर राष्ट्रीय चुनावों के नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं। यहां के मतदाता चुनावी माहौल को प्रभावित करने में एक अहम भूमिका निभा सकते हैं।
पार्टी समर्थन में बदलाव और उसकी संभावनाएं
IAAS 2024 के सर्वेक्षण के मुताबिक, भारतीय अमेरिकी समुदाय में 47 प्रतिशत लोग खुद को डेमोक्रेट मानते हैं, जो 2020 में 56 प्रतिशत था। वहीं, रिपब्लिकन पार्टी के प्रति समर्थन में वृद्धि हुई है, जो 2020 में केवल 15 प्रतिशत था, वह अब 21 प्रतिशत तक पहुंच गया है। इस बदलाव का असर चुनाव परिणामों पर हो सकता है। 2020 में जहां भारतीय अमेरिकी समुदाय का समर्थन डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर था, वहीं इस बार रिपब्लिकन पार्टी की ओर बढ़ता समर्थन महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। सर्वे में यह भी देखा गया कि 57 प्रतिशत भारतीय अमेरिकी खुद को डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थक मानते हैं, 27 प्रतिशत रिपब्लिकन पार्टी के समर्थक हैं, और लगभग 14 प्रतिशत भारतीय अमेरिकियों ने निर्दलीय (Independents) रहने का निर्णय लिया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय अमेरिकी समुदाय में राजनीतिक विचारधारा में बदलाव हो रहा है, और उनका समर्थन अब पार्टी-विशेष के बजाय विभिन्न मुद्दों पर आधारित हो सकता है।
भारतीय अमेरिकी समुदाय के मुद्दे
भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे आर्थिक नीति, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, और आप्रवासन हैं। भारतीय अमेरिकियों को लेकर जो खास चिंता है, वह है आप्रवासन नीति। भारतीय अमेरिकी समुदाय चाहते हैं कि अमेरिका में आप्रवासन प्रक्रिया को सरल बनाया जाए और परिवारों के बीच एकता बनी रहे। इसके अलावा, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा जैसे मुद्दे भी भारतीय अमेरिकियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। भारतीय अमेरिकी वोटर्स इस बार इन मुद्दों पर अपने उम्मीदवारों से जवाबदेही की उम्मीद करते हैं।
ट्रंप और कमला हैरिस के लिए चुनौती
2024 के चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के लिए भारतीय अमेरिकी समुदाय का समर्थन हासिल करना एक बड़ी चुनौती होगी। कमला हैरिस को इस समुदाय के समर्थन को बनाए रखने के लिए भारतीय अमेरिकी समुदाय के मुख्य मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप को इस समुदाय को आकर्षित करने के लिए अपनी नीतियों में बदलाव करने की आवश्यकता होगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। भारतीय अमेरिकियों का वोट इस बार चुनाव परिणामों पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है। डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दोनों ही दलों के लिए यह समुदाय बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे किसी भी पार्टी को जीत दिलाने में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। आगामी चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय अमेरिकी समुदाय का रुख किस पार्टी की ओर होगा और वे किस उम्मीदवार को अपना समर्थन देंगे।