Edited By Parminder Kaur,Updated: 04 Nov, 2024 05:12 PM
दिल्ली में सरकार द्वारा दीवाली पर पटाखे चलाने पर पाबंदी लगाई गई थी लेकिन इसके बावजूद भी लोगों ने खूब पटाखे चलाए। राजधानी में पटाखों पर प्रतिबंध के नियम सही तरीके से लागू न करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को जमकर फटकार लगाई है।
नेशनल डेस्क. दिल्ली में सरकार द्वारा दीवाली पर पटाखे चलाने पर पाबंदी लगाई गई थी लेकिन इसके बावजूद भी लोगों ने खूब पटाखे चलाए। राजधानी में पटाखों पर प्रतिबंध के नियम सही तरीके से लागू न करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को जमकर फटकार लगाई है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा- उन्हें कई समाचारों में जानकारी मिली है कि पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। कोर्ट ने दिल्ली सरकार से इस मामले में तुरंत जवाब देने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें कुछ ऐसा करना होगा ताकि अगले साल दीवाली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध के लिए कोर्ट के आदेश का उल्लंघन न हो।
सुप्रीम कोर्ट: दिल्ली-एनसीआर में पटाखों पर प्रतिबंध लागू नहीं हुआ
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली-एनसीआर में पटाखों पर लगाया गया प्रतिबंध सही तरीके से लागू नहीं हुआ है। न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने कहा कि ऐसी व्यापक खबरें हैं कि पटाखों पर प्रतिबंध बिल्कुल भी लागू नहीं किया गया। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए पटाखों पर प्रतिबंध एक महत्वपूर्ण उपाय माना जाता था।
सरकार और पुलिस को नोटिस
सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री के अधीन काम कर रही पुलिस को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने इनसे इस साल पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध को लागू करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी देने को कहा है।
अगले साल के लिए सुनिश्चित करें
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा है कि "पटाखों पर प्रतिबंध के आदेश का क्या हुआ... इसे कैसे लागू किया जा रहा है... कुछ तो करना होगा।" कोर्ट ने सरकार को यह निर्देश भी दिया कि वह एक ऐसा तंत्र विकसित करे, जिससे अगले साल के लिए यह सुनिश्चित हो सके कि दिल्ली में पटाखों के कारण प्रदूषण का स्तर न बढ़े।
हवा की गुणवत्ता में गिरावट
गौरतलब है कि दीवाली के चार दिन बाद भी सोमवार सुबह दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया। आनंद विहार, रोहिणी, अशोक विहार और विवेक विहार जैसे कई इलाकों में AQI रीडिंग 400 अंक (500 के पैमाने पर) से नीचे गिर गई, जो कि चिंताजनक है।