सूरत: मोबाइल की लत ने ली बच्ची की जान, मां की डांट से आहत होकर उठाया यह खौफनाक कदम

Edited By Rohini,Updated: 06 Jan, 2025 04:32 PM

surat mobile addiction took the girl s life

आजकल मोबाइल फोन का इस्तेमाल हर उम्र के लोग करते हैं लेकिन मोबाइल की लत बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। ऐसी ही एक दुखद घटना गुजरात के सूरत शहर से सामने आई है जहां एक 14 साल की बच्ची ने मोबाइल की लत के कारण आत्महत्या कर ली।

नेशनल डेस्क। आजकल मोबाइल फोन का इस्तेमाल हर उम्र के लोग करते हैं लेकिन मोबाइल की लत बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। ऐसी ही एक दुखद घटना गुजरात के सूरत शहर से सामने आई है जहां एक 14 साल की बच्ची ने मोबाइल की लत के कारण आत्महत्या कर ली।

क्या है पूरा मामला?

घटना का स्थान और पीड़ित

: यह घटना सूरत के पांडेसरा इलाके की अवीरभाव सोसायटी में हुई।
: मृतक का नाम जहां निषाद था जोकि आठवीं कक्षा की छात्रा थी।

कैसे हुई घटना?

जहां का अधिकतर समय मोबाइल पर गेम खेलने और वीडियो देखने में बीतता था। उसकी मां ने उसे मोबाइल पर ज्यादा समय बिताने के लिए डांटा। डांट से आहत होकर जब मां सब्जी लेने बाजार गई तो बच्ची ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब मां लौटी तो उसने बच्ची को फंदे से लटका हुआ पाया।

यह भी पढ़ें: सख्त हुई सरकार! अब 18 साल से कम उम्र के बच्चों को Social Media अकाउंट के लिए पैरेंट्स से लेनी होगी मंजूरी

 

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस को सूचना दी गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

 

यह भी पढ़ें: 700 लड़कियों से दोस्ती, प्राइवेट तस्वीरें और फिर Blackmail...विदेशी मॉडल बताकर करता था ठगी, ऐसे हुआ खुलासा!

 

मोबाइल की लत क्यों खतरनाक है?

: बच्चों को कम उम्र में मोबाइल देने से वे इसकी लत के आदी हो जाते हैं।
: गेम और वीडियो देखने की आदत उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है।
: माता-पिता की डांट-फटकार का असर बच्चों पर गहरा पड़ता है जिससे वे गलत कदम उठा सकते हैं।

वहीं विशेषज्ञ बच्चों को डांट, फटकार कर मोबाइल से दूर करने को एक अच्छा तरीका नहीं मानते हैं। सबसे पहले बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम तय कर दें। चाहें वो टीवी देखें, मोबाइल चलाएं या गेम खेलें। इसके साथ ही मां-बाप को भी बच्चे के साथ मनोरंजन में शामिल होना चाहिए और खुद को भी फोन से दूर रखना चाहिए। इतना ही नहीं बच्चों को बाहर खेलने के लिए प्रेरित करें उनकी पसंदीदा एक्टिविटी करवाएं। दोस्तों के साथ समय बिताने दें। यह सब मां-बाप की देखरेख में होना चाहिए। अगर स्थिति गंभीर हैं तो तुरंत बच्चे की काउंसलिंग करवाएं।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!