Edited By Seema Sharma,Updated: 02 Mar, 2023 10:57 AM
हिमाचल के परवाणु में शिक्षा विभाग में सालों से अपनी सेवाएं दे रहे डिस्ट्रिक्ट फिजिकल ऑफिसर सुरिंद्र कुमार आज तक लगभग 38,000 जहरीले सांपों को पकड़ चुके हैं। उन्हें सांपों द्वारा 38 बार काटा गया परंतु उनका हौसला पूरी तरह कायम है।
नेशनल डेस्क: हिमाचल के परवाणु में शिक्षा विभाग में सालों से अपनी सेवाएं दे रहे डिस्ट्रिक्ट फिजिकल ऑफिसर सुरिंद्र कुमार आज तक लगभग 38,000 जहरीले सांपों को पकड़ चुके हैं। उन्हें सांपों द्वारा 38 बार काटा गया परंतु उनका हौसला पूरी तरह कायम है। वह यह कार्य फ्री ऑफ कॉस्ट करते हैं।
सुरिंद्र कुमार सहजल हिमाचल स्कूल स्पोर्ट्स एजुकेशन और मास्टर एथलैटिक्स फैडरेशन ऑफ इंडिया के सदस्य हैं। जनता की सांपों से रक्षा करने और सांपों को पकड़ने के लिए उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से गवर्नर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। लगभग 700 से अधिक समाज सेवी संस्थाएं उन्हें सम्मानित कर चुकी हैं। एक बार कोबरा के काटने पर इनको अस्पताल ले जाया गया तो डाक्टर ने बचने की उम्मीद छोड़ दी थी पर जनता की दुआओं से वह बच गए। इसके बाद उनकी पत्नी ने उन्हें सांप पकड़ने से मना कर दिया था लेकिन उनका हौसला आज भी कायम है। घर में पत्नी के अलावा 2 बेटियां हैं।
1,623 बच्चों की जान बचाई थी
जनवरी, 2009 में परवाणू स्थित सरकारी स्कूल में मिड-डे मील बनाते हुए सिलैंडर में आग लग गई थी। उस सिलैंडर के साथ 6 और सिलैंडर पड़े थे, जिसके चलते बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। सुरिंद्र कुमार ने अपनी जान की परवाह न करते हुए स्कूल के 1,623 बच्चों को स्कूल के भवन से सुरक्षित निकाला था और पैट्रोल पंप से आग बुझाने वाले 8-10 सिलैंडर लाकर आग बुझाई थी। उनके कान में कैमिकल जाने से उन्हें बेहोशी की हालत में PGI ले जाया गया था। इसके लिए उन्हें प्रदेश व भारत सरकार द्वारा अवार्ड से नवाजा गया था।