Edited By rajesh kumar,Updated: 02 Feb, 2025 01:30 PM
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्रा के अनुसार, जिले में कुल 301 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं, जिनमें से 107 मदरसों ने अब तक अपार आईडी के कार्य को शुरू नहीं किया है। इन मदरसों को बार-बार सूचित किया गया था, लेकिन फिर भी उनका कार्य शून्य था। ऐसे...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के मदरसों की गतिविधियों और प्रदर्शन की निगरानी के लिए अपार आईडी (Apar ID) प्रणाली लागू की गई है। इस प्रणाली के तहत सभी मान्यता प्राप्त मदरसों को एक अद्वितीय पहचान संख्या दी जाती है, जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें और उनकी गतिविधियों की ट्रैकिंग की जा सके।
संजय मिश्रा का बयान
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी c के अनुसार, जिले में कुल 301 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं, जिनमें से 107 मदरसों ने अब तक अपार आईडी के कार्य को शुरू नहीं किया है। इन मदरसों को बार-बार सूचित किया गया था, लेकिन फिर भी उनका कार्य शून्य था। ऐसे मदरसों को आखिरी बार मौका दिया गया था कि वे जल्दी से अपार आईडी की प्रक्रिया शुरू करें, वरना उनकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी।
अब जब इन मदरसों की समीक्षा की गई, तो पाया गया कि 17 मदरसों ने इस प्रक्रिया को शुरू कर दिया है, जबकि 90 मदरसों की प्रगति अब भी शून्य है। इन 90 मदरसों के बारे में शासन को पत्र भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि उनकी मान्यता रद्द की जा सके।
क्या है अपार आईडी?
अपार आईडी एक अद्वितीय पहचान संख्या होती है, जो भारत सरकार द्वारा मदरसों को आवंटित की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य मदरसों को सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ दिलाना और उनकी गतिविधियों को ट्रैक करना है।