Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 05 Feb, 2025 05:25 PM
ब्रेन हैमरेज, जिसे दिमाग में खून का बहाव भी कहा जाता है, एक बेहद गंभीर स्थिति है। यह तब होता है जब ब्रेन में रक्त वाहिकाएं टूट जाती हैं और खून मस्तिष्क में फैलने लगता है। इस स्थिति से मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुँचता है और अगर इसका उपचार समय...
नेशनल डेस्क: ब्रेन हैमरेज, जिसे दिमाग में खून का बहाव भी कहा जाता है, एक बेहद गंभीर स्थिति है। यह तब होता है जब ब्रेन में रक्त वाहिकाएं टूट जाती हैं और खून मस्तिष्क में फैलने लगता है। इस स्थिति से मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुँचता है और अगर इसका उपचार समय पर न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है। आइए जानते हैं ब्रेन हैमरेज के लक्षण, कारण और इसके उपचार के बारे में।
ब्रेन हैमरेज क्या है?
ब्रेन हैमरेज तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त प्रवाह की कोई न कोई बाधा आती है, जिससे रक्त वाहिकाएं टूट जाती हैं। इस दौरान खून मस्तिष्क में फैलने लगता है, जिससे मस्तिष्क की सामान्य कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। यह स्थिति कई कारणों से हो सकती है जैसे कि उच्च रक्तचाप, सिर में चोट या रक्त वाहिकाओं की कमजोरी।
ब्रेन हैमरेज के प्रमुख लक्षण
ब्रेन हैमरेज के कई लक्षण हो सकते हैं, जिनकी पहचान करना बेहद जरूरी है। अगर ये लक्षण दिखें, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें।
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तेज सिर दर्द
ब्रेन हैमरेज के सबसे सामान्य लक्षणों में से एक है अत्यधिक तेज सिर दर्द। यह दर्द अचानक से शुरू हो सकता है और बहुत तीव्र होता है। अगर सिर दर्द असहनीय हो और सामान्य दर्द न हो, तो यह ब्रेन हैमरेज का संकेत हो सकता है।
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विभिन्न अंगों में कमजोरी
अगर शरीर के एक हिस्से में अचानक कमजोरी या सुन्नपन महसूस हो तो यह ब्रेन हैमरेज का संकेत हो सकता है। खासकर हाथ-पैर या चेहरे के एक तरफ में कमजोरी महसूस होना जरूरी है।
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आंखों में धुंधलापन या अंधापन
ब्रेन हैमरेज के दौरान आंखों में धुंधलापन या पूरी तरह से अंधापन भी हो सकता है। अगर अचानक से दृश्यता में कमी महसूस हो तो यह गंभीर समस्या हो सकती है।
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बोलने में कठिनाई
ब्रेन हैमरेज के दौरान बोलने में परेशानी हो सकती है, जैसे शब्दों को सही तरीके से उच्चारण न कर पाना। यह मस्तिष्क के उस हिस्से में दबाव बढ़ने के कारण होता है जो बोली और समझने से जुड़ा होता है।
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चक्कर आना और मतली
ब्रेन हैमरेज के कारण चक्कर आना और उल्टी भी हो सकती है। यह मस्तिष्क में दबाव बढ़ने से होता है।
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बेहोशी और सर्दी का अनुभव
ब्रेन हैमरेज के कारण व्यक्ति बेहोश भी हो सकता है। इसके अलावा, शरीर में सर्दी और पसीना आ सकता है।
ब्रेन हैमरेज के कारण
ब्रेन हैमरेज के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण हैं:
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उच्च रक्तचाप
अगर किसी व्यक्ति का रक्तचाप उच्च रहता है, तो इससे रक्त वाहिकाओं में दबाव बढ़ता है और वे टूट सकती हैं। यह ब्रेन हैमरेज का एक प्रमुख कारण है।
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रक्त वाहिकाओं की कमजोरी
अगर किसी व्यक्ति में रक्त वाहिकाएं कमजोर हों या उनका विकास असामान्य हो, तो वह भी हैमरेज का कारण बन सकती हैं।
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सिर में चोट
अगर सिर में कोई गंभीर चोट लगती है, तो यह रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचा सकता है, जिसके कारण ब्रेन हैमरेज हो सकता है।
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मस्तिष्क में ट्यूमर
मस्तिष्क में कोई ट्यूमर या गांठ भी रक्त वाहिकाओं को प्रभावित कर सकती है और हैमरेज का कारण बन सकती है।
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खून के थक्के
कुछ विशेष दवाओं का सेवन, जैसे खून पतला करने वाली दवाएं, खून के थक्के बनने में रुकावट डाल सकती हैं, जिसके कारण हैमरेज का खतरा बढ़ सकता है।
ब्रेन हैमरेज का उपचार
ब्रेन हैमरेज के उपचार में शीघ्रता बहुत महत्वपूर्ण है। जितनी जल्दी इसका उपचार किया जाएगा, उतना बेहतर होगा।
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आपातकालीन उपचार
ब्रेन हैमरेज के पहले संकेत दिखते ही तुरंत आपातकालीन चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। अस्पताल में रक्तचाप को नियंत्रित किया जाता है और आवश्यकतानुसार सर्जरी की जा सकती है।
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सर्जरी
अगर रक्तस्त्राव बहुत अधिक है या मस्तिष्क पर दबाव बढ़ रहा है, तो सर्जरी द्वारा रक्त को बाहर निकाला जा सकता है।
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दवाइयां
उच्च रक्तचाप, रक्त का थक्का या अन्य समस्याओं के इलाज के लिए दवाइयां दी जाती हैं।
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फिजियोथेरेपी और पुनर्वास
उपचार के बाद, कई बार फिजियोथेरेपी की आवश्यकता होती है, जिससे मरीज की सामान्य स्थिति को फिर से बहाल किया जा सके।