Edited By Mahima,Updated: 14 Feb, 2025 10:02 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2030 तक भारत-अमेरिका व्यापार को 500 बिलियन डॉलर तक बढ़ाने का ऐलान किया। इसके साथ ही, अमेरिका ने भारत को F35 लड़ाकू विमान देने का वादा किया। ऊर्जा और सैन्य सहयोग बढ़ाने के साथ, दोनों देशों के...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिनों की आधिकारिक यात्रा पर अमेरिका में हैं। इस यात्रा के दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, जिसमें दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। पीएम मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत 2047 तक एक समृद्ध और विकसित देश बनेगा। यह मुलाकात भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित हुई।
भारत-अमेरिका व्यापार को बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच इस मुलाकात का एक अहम बिंदु दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने पर था। दोनों नेताओं ने तय किया कि भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना करके 500 बिलियन डॉलर किया जाएगा। वर्तमान में, अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और 2024 में दोनों देशों के बीच व्यापार 129.2 बिलियन डॉलर का है। इस नए लक्ष्य के तहत, दोनों देशों के व्यापार को अगले कुछ वर्षों में तेज़ी से बढ़ाया जाएगा।
एनर्जी क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बैठक के दौरान ऊर्जा क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते सहयोग पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के लिए तेल और गैस का प्रमुख सप्लायर बनेगा। ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका का उद्देश्य भारत का सबसे बड़ा ऊर्जा सप्लायर बनना है, ताकि दोनों देशों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में कई अहम समझौतों पर भी चर्चा की गई, जो भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेंगे।
भारत को F35 लड़ाकू विमान देने का ऐलान
इस मुलाकात के दौरान, एक और महत्वपूर्ण घोषणा की गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत को F35 लड़ाकू विमान प्रदान करेगा। यह समझौता भारत की सैन्य क्षमताओं को और बढ़ाएगा और दोनों देशों के बीच सैन्य संबंधों को मजबूती देगा। इसके अलावा, ट्रंप ने यह भी बताया कि अमेरिका अपनी सैन्य बिक्री में अरबों डॉलर की बढ़ोतरी करेगा, जो भारत की रक्षा क्षमताओं के लिए फायदेमंद होगा।
परमाणु प्रौद्योगिकी और बिजली के क्षेत्र में सहयोग
ट्रंप ने इस बैठक में यह भी कहा कि भारत अपने कानूनों में सुधार कर रहा है, ताकि अमेरिकी परमाणु प्रौद्योगिकी भारतीय बाजार में आ सके। इससे भारत को स्वच्छ, सुरक्षित और सस्ती बिजली मिलेगी, जो लाखों भारतीयों की ज़रूरतों को पूरा करेगा। यह कदम दोनों देशों के बीच परमाणु प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए अवसर उत्पन्न करेगा और भारत के ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
भारत और अमेरिका के रिश्ते होंगे और भी मजबूत
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की यह मुलाकात दोनों देशों के रिश्तों को एक नई दिशा देने वाली साबित होगी। व्यापार, ऊर्जा, सैन्य सहयोग और परमाणु प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बढ़ते सहयोग से भारत और अमेरिका के रिश्ते और भी मजबूत होंगे। दोनों नेताओं ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह साझेदारी सिर्फ दोनों देशों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए फायदेमंद साबित होगी। भारत और अमेरिका के रिश्तों में यह एक ऐतिहासिक पल है, जो भविष्य में दोनों देशों के बीच और भी अधिक आर्थिक और रणनीतिक सहयोग को जन्म देगा।