Edited By Mahima,Updated: 15 Oct, 2024 03:45 PM
टाटा ग्रुप ने दिवाली पर घोषणा की है कि वह अगले 5 वर्षों में 5 लाख नई नौकरियां सृजित करेगा। चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने बताया कि यह रोजगार सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, बैटरी मैन्युफैक्चरिंग और प्रेसिजन मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में होंगे।...
नेशनल डेस्क: दिवाली के मौके पर, टाटा ग्रुप ने भारतीय युवाओं के लिए रोजगार के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने बताया कि टाटा ग्रुप अगले 5 वर्षों में 5 लाख नई नौकरियों का सृजन करेगा। यह घोषणा भारतीय गुणवत्ता प्रबंधन फाउंडेशन के सेमिनार में की गई, जो भारतीय उद्योग और रोजगार के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
नौकरियों का विस्तृत विवरण
चंद्रशेखरन ने स्पष्ट किया कि ये नौकरियां विभिन्न महत्वपूर्ण सेक्टरों में होंगी, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
1. सेमीकंडक्टर उद्योग: टाटा ग्रुप असम में एक सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करने की योजना बना रहा है। यह प्लांट न केवल उच्च तकनीक वाले उत्पादों के निर्माण में सहायक होगा, बल्कि इसके आसपास की अर्थव्यवस्था को भी गति देगा।
2. इलेक्ट्रिक व्हीकल्स: टाटा ग्रुप इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में भी सक्रिय है। इस क्षेत्र में नवाचार और उत्पादन की संभावनाएं बढ़ रही हैं, जिससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
3. बैटरी मैन्युफैक्चरिंग: बैटरी निर्माण, खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए, एक तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र है। टाटा ग्रुप की योजनाओं में इस क्षेत्र में भी नई यूनिट्स की स्थापना शामिल है, जिससे युवाओं के लिए नौकरी के नए अवसर मिलेंगे।
4. प्रेसिजन मैन्युफैक्चरिंग और असेंबली: चंद्रशेखरन ने प्रेसिजन मैन्युफैक्चरिंग को भी महत्वपूर्ण बताया, जो उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के निर्माण में सहायक होता है।
मैन्युफैक्चरिंग का महत्व
चंद्रशेखरन ने इस बात पर जोर दिया कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा, "भारत के विकसित बनने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमें मैन्युफैक्चरिंग नौकरियों में वृद्धि करनी होगी।" उनका मानना है कि जब तक हम इस क्षेत्र में वृद्धि नहीं करेंगे, तब तक हमारे विकास के लक्ष्यों को हासिल करना चुनौतीपूर्ण होगा।
सरकारी समर्थन की आवश्यकता
इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने के लिए, चंद्रशेखरन ने सरकारी समर्थन की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत को अपने तेजी से बढ़ते कार्यबल को पूरा करने के लिए लगभग 10 करोड़ नई नौकरियां पैदा करने की आवश्यकता है। इसके लिए, नीति निर्माताओं को प्रभावी योजनाएं बनानी होंगी ताकि रोजगार के अवसरों को बढ़ावा दिया जा सके।
अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
टाटा ग्रुप का यह कदम भारतीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों का द्वार खोल सकता है। जब हम एक ऐसे समय में हैं जहां युवा वर्ग के लिए रोजगार एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, यह घोषणा निश्चित रूप से सकारात्मक प्रभाव डालेगी। इससे न केवल व्यक्तिगत विकास होगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।