Edited By rajesh kumar,Updated: 04 Mar, 2025 03:42 PM

ऑस्ट्रेलिया और भारतीय टीम के बीच आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में टॉस के दौरान भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और पूरी टीम काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरी। इसका कारण था मुंबई के महान स्पिनर पद्माकर शिवालकर को श्रद्धांजलि देना, जिनका एक दिन...
नेशनल डेस्क: ऑस्ट्रेलिया और भारतीय टीम के बीच आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में टॉस के दौरान भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और पूरी टीम काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरी। इसका कारण था मुंबई के महान स्पिनर पद्माकर शिवालकर को श्रद्धांजलि देना, जिनका एक दिन पहले 84 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।
पद्माकर शिवालकर भारतीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक माने जाते थे। उन्होंने 1961-62 से 1987-88 तक कुल 124 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 589 विकेट लिए। उन्हें भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा 2017 में सीके नायडू ‘लाइफटाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
मुंबई क्रिकेट संघ का बयान
मुंबई क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अजिंक्य नाइक ने शिवालकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "मुंबई क्रिकेट ने आज एक सच्चे दिग्गज को खो दिया है। उनका योगदान और समर्पण हमेशा याद किया जाएगा। उनका निधन क्रिकेट जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।"
सुनील गावस्कर की श्रद्धांजलि
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने शिवालकर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह भारतीय टीम में खेलने के हकदार थे। गावस्कर ने कहा कि भारतीय टीम में उन्हें मौका नहीं मिल पाया, जबकि वह और कुछ गेंदबाजों से कहीं बेहतर थे। उन्होंने इस मौके पर शिवालकर के साथ अपने अनुभव को साझा किया और कहा कि वह अपने करियर में हमेशा महान स्पिनरों के तौर पर याद किए जाएंगे।
पद्माकर शिवालकर का क्रिकेट करियर
पद्माकर शिवालकर का क्रिकेट करियर 22 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी से शुरू हुआ और वह 48 साल की उम्र तक खेलते रहे। उन्होंने 124 प्रथम श्रेणी मैचों में 589 विकेट हासिल किए, जिनमें से 361 विकेट रणजी ट्रॉफी में आए। बताते चलें कि, पद्माकर शिवालकर का निधन भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण को हमेशा याद किया जाएगा। उनकी आत्मा को शांति मिले।