Edited By Yaspal,Updated: 26 Sep, 2020 06:20 PM
भाजपा ने रणनीति में बड़ा बदलाव करते हुए तेजस्वी सूर्या को भाजपा युवा मोर्चा का अध्यक्ष चुना है। इसके अलावा पार्टी ने संगठन में कई महत्वपूर्ण बदलाव भी किए हैं। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी ने संगठन में कई और बड़े बदलाव किए हैं। भविष्य की राजनीति को...
नई दिल्लीः भाजपा ने रणनीति में बड़ा बदलाव करते हुए तेजस्वी सूर्या को भाजपा युवा मोर्चा का अध्यक्ष चुना है। इसके अलावा पार्टी ने संगठन में कई महत्वपूर्ण बदलाव भी किए हैं। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी ने संगठन में कई और बड़े बदलाव किए हैं। भविष्य की राजनीति को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने एक तरह से युवा नेताओं को महत्वपूर्ण पदों पर बैठाया है। पार्टी उपाध्यक्ष, महासचिव, सहसचिव जैसे पदों पर अधिकतर युवाओं को कमान सौंपी गई है।
सूर्या ने तेजी से चढ़ी हैं सियासत की सीढ़ियां
तेजस्वी सूर्या फिलहाल बेंगलुरु साउथ से लोकसभा सांसद हैं। बीजेपी के सबसे जाने-माने युवा नेताओं में शुमार सूर्या एक वकील भी हैं। 16 नवंबर 1990 को जन्मे सूर्या 17वीं लोकसभा के सबसे युवा सांसदों में शामिल हैं। उनके पिता का नाम एल. ए. सूर्यनारायण और माता का नाम रमा है। सूर्या ने बेंगलुरु इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ से कानून की डिग्री ली है और अपने कॉलेज के दिनों में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भी जुड़े रहे और संघ से भी उनका नाता काफी पुराना है। बीजेवाईएम का अध्यक्ष बनने से पहले सूर्या ने इस संगठन के महासचिव पद की जिम्मेदारी भी संभाली थी।
हिंदुत्व की विचारधारा के प्रबल समर्थक हैं सूर्या
तेजस्वी सूर्या को हिंदुत्व की विचारधारा के प्रबल समर्थक के रूप में जाना जाता है। वह अपनी प्रेरणा का स्त्रोत स्वामी विवेकानंद, भीम राव आंबेडकर, अरविंदो और वीर सावरकर को मानते हैं। सूर्या का मानना है कि उनकी विचारधारा के निर्माण में इन महापुरुषों का अहम योगदान रहा है। सूर्या के चाचा रवि सुब्रमण्य भी भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं और फिलहाल बासवनगुडी से विधायक हैं। इस तरह देखा जाए तो सूर्या के परिवार में राजनीतिक माहौल पहले से ही रहा है।